गोरखपुर: ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 2023 में गोरखपुर के औद्योगिक क्षेत्र गीडा में उद्योगों को लगाने (Purvanchal's first recycling plastic unit in GIDA) के लिए, कई निवेशक सामने आए थे. जिनमें से 250 करोड़ रुपए के निवेश से पूर्वांचल में पहली प्लास्टिक की रीसायकल यूनिट लगाने की तैयारी हो रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इसके शिलान्यास को किए जाने की संभावना है. उसकी तैयारी भी चल रही है. इसके स्थापित होने से प्रतिवर्ष करीब 5000 टन प्लास्टिक को रिसाइकल किया जा सकेगा.
इसका सीधा लाभ कचरा प्रबंधन में सहूलियत और प्लास्टिक के उत्पाद बनाने वाली छोटी यूनिटों को भी मिलेगा. यह नई यूनिट हाईटेक भी होगी. Fसके लिए जर्मनी और जापान से मशीन मंगाई जा रही हैं. अप्रत्यक्ष रूप से इससे करीब डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. निजी क्षेत्र की इस प्लास्टिक रीसायकल कंपनी के मलिक विनय अग्रवाल बताते हैं कि, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस प्रोजेक्ट हेतु ढाई सौ करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया था. इसके धरातल पर उतरने का समय आ गया है.
उनकी गीडा में पहले से ही पैकेजिंग की यूनिट है, जो कई अन्य उद्योगों के लिए प्लास्टिक के उत्पाद तैयार करती है. उन्होंने बताया कि इस रीसायकल यूनिट से 5000 टन प्लास्टिक कचरे को रिसाइकल कर दोबारा प्रयोग करने योग्य बनाया जाएगा. इस यूनिट में प्लास्टिक के फूड पैकेजिंग कंटेनर के साथ कागज के भी उत्पाद बनेंगे. उन्होंने कहा कि देश की नामी कंपनियां जिसमें अमूल, हल्दीराम, बिकानों, बीकाजी के भी ऑर्डर को उनकी कंपनी और क्षमता के साथ पूरा करेगी.
विनय अग्रवाल ने कहा कि गोरखपुर औद्योगिक विकास को लेकर विशेष जिला बन गया है. कई यूनिट यहां लग रही हैं. जिसकी जरूरत को देखते हुए इस यूनिट को भी लगाया जाना बहुत जरूरी था. इसमें जो मशीन लगाई जा रही हैं. उनसे अच्छी क्वालिटी के पैकेजिंग उत्पाद बनेंगे. विनय अग्रवाल की जो फैक्ट्री गीडा में मौजूदा समय में संचालित हो रही है, उसमें प्लास्टिक के प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं. इसमें टेक अवे के लिए बेकरी, फूड और बिस्किट पैकेजिंग प्रोडक्ट का उत्पादन होता है.
इनकी आपूर्ति हल्दीराम, बीकानेर, बिकानों, अमूल, ज्ञान आदि कंपनियों के साथ पूरे देश में की जाती है. इस उद्यमी को उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी दिवस पर पिछले वर्ष एमएसएमई के क्षेत्र में मीडियम यूनिट अवार्ड 2023- 24 से नवाजा था. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में भविष्य की तमाम अपार संभावनाएं दिखाई दे रही हैं. इसके लिए तरह-तरह के उद्योगों की स्थापना यहां समय की मांग है. इससे रोजगार का पलायन रुकेगा तो यह क्षेत्र आर्थिक रूप से समृद्ध होगा.