वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा पाठ के नाम पर ऑनलाइन भक्तों को ठगने का मामला सामने आया है. फर्जी वेबसाइट के जरिए मंदिर में पूजा-पाठ करवाने और बाबा विश्वनाथ का दर्शन, सावन में विशिष्ट अनुष्ठान और दुग्ध अभिषेक करने के नाम पर ऑनलाइन बुकिंग की जा रही थी. जिसकी शिकायत के बाद मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने डीजीपी प्रशांत कुमार और वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से की है.
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि सावन में भक्तों की संख्या बहुत ज्यादा होती है. इस दौरान भक्त काशी नहीं आ पाए तो ऑनलाइन बुकिंग के जरिए भोलेनाथ का दर्शन करते हैं और पूजा पाठ भी संपन्न करवाते हैं. इसके लिए विश्वनाथ मंदिर की ऑफिशल वेबसाइट श्री काशी shrikashivishwanath.org पर ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध होती है. लेकिन बहुत से भक्त इस वेबसाइट के अलावा दूसरी वेबसाइट पर बुकिंग के लिए पहुंच जाते हैं. ऐसी कई फर्जी वेबसाइट चल रही है. जिनका विश्वनाथ मंदिर यहां से प्रशासन से कोई लेना-देना नहीं है.
विश्व भूषण मिश्रा का कहना है कि विश्वनाथ मंदिर के अंदर सिर्फ उन्हीं के पुजारी के द्वारा पूजा पाठ संपन्न कराया जा सकता है. बाहरी कोई भी व्यक्ति यहां पर पूजा पाठ संपन्न नहीं करवा सकता. इसके अलावा अन्य कोई मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर पूजा या अभिषेक करवा सकता है. उन्होंने बताया कि फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है. ऐसी कई फर्जी वेबसाइट है जिनकी जानकारी लगी है, उनका डिटेल निकालकर डीजीपी उत्तर प्रदेश और वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को लेटर लिखकर जांच साइबर सेल से जांच करवाने की मांग की गई है.
मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि मंदिर के ऑफिसियल वेबसाइट पर बुकिंग के जरिए सावन में भक्ति का लाभ ले सकते हैं. फर्जी वेबसाइट पर मोटी रकम वसूल कर आपको विश्वनाथ मंदिर में पूजन पाठ का लाभ भी नहीं मिलेगा. किसी अलग मंदिर में पूजा पाठ करके आपको एआई तकनीक के जरिए फोटो भी भेज दी जाएगी. इसलिए फेक वेबसाइट से बचे और ऑफिशल वेबसाइट के जरिए ही पूजा पाठ करें.
बता दें कि जिस वेबसाइट पर यह सुविधा है वह सिर्फ बनारस के विश्वनाथ मंदिर ही नहीं बल्कि देश भर के प्रमुख मंदिरों में पूजन पाठ का भी दावा कर रही है. इसके अलावा होटल बुकिंग, पर्यटन और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही है.