हजारीबाग: जिले के तत्कालीन सदर एसडीओ अशोक कुमार के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के विरोध में उनके ससुराल वालों ने समाधि परिसर के सामने एक दिवसीय महाधरना दिया. सदर एसडीओ अशोक कुमार पर अपनी पत्नी अनिता कुमारी को जलाकर मार डालने का आरोप है.
15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इससे आहत मृतक अनिता कुमारी के परिजनों और हजारीबाग के स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया.
स्थानीय लोगों ने सोमवार को हजारीबाग समाधि परिसर के सामने सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. जिला प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए. मृतक अनिता कुमारी के भाई राजू कुमार गुप्ता ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार के प्रभाव के कारण आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है और न ही कोई कार्रवाई हो रही है.
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हजारीबाग एसपी ने एसआईटी का गठन भी किया है. लेकिन तत्कालीन एसडीओ के सामने एसआईटी निष्क्रिय हो गई है. उनके दबाव में ही काम कर रही है. इस कारण अब इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए. तभी घटना का खुलासा हो सकेगा. उनका यह भी कहना है कि 15 दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई न होना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है.
एक दिवसीय धरना में पीड़ित परिवार को कई स्थानीय लोगों का भी समर्थन मिला. धरना स्थल पर मोहल्ले की महिलाएं भी मौजूद रहीं. हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता भी कई घंटों तक धरना स्थल पर मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि बेटी को जिंदा जलाया जाना काफी दुखद है. उन्होंने हजारीबाग जिला प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब तक कार्रवाई न होना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है. भुवनेश्वर प्रसाद मेहता के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी उनका समर्थन किया.
26 दिसंबर की घटना
गौरतलब हो कि 26 दिसंबर को हजारीबाग में दिल दहला देने वाली घटना हुई. सदर के तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार पर अपनी पत्नी अनीता देवी को जिंदा जलाने का आरोप लगा था. उनके साले राजू कुमार ने लोहसिंघना थाने में आवेदन दिया था. अनिता देवी को अर्धजली हालत में हजारीबाग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर कर दिया गया.
बोकारो से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची के देवकमल अस्पताल लाया गया. जहां एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनिता देवी की मौत हो गई थी. 28 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में चार लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनमें तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार, उनके पिता दुर्योधन साव, छोटे भाई शिवनंदन कुमार और छोटे भाई की पत्नी रिंकू देवी का नाम शामिल है.
यह भी पढ़ें:
हजारीबाग SDO पर पत्नी को जलाकर मारने की कोशिश का आरोप, जिंदगी और मौत से जूझ रही अनीता