गरियाबंद : कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का विरोध गरियाबंद के डॉक्टर्स ने भी किया. डॉक्टरों ने प्रदर्शन करते हुए बहिष्कार रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. गरियाबंद जिला अस्पताल के साथ पांच सीएचसी, 28 सब सेन्टर बंद रहे. सिर्फ इमरजेंसी कार्यों के लिए ही डॉक्टर नजर आएं. दूसरी ओर बन्द के कारण जिले में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी.
मेडिकल स्टाफ ने किया प्रदर्शन : पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर छात्रा के साथ हुए अमानवीय कृत्य का हेल्थ फेडरेशन ने विरोध किया. फेडरेशन के मुताबिक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रोटेस्टर्स पर सामूहिक रूप से भीड़ ने हमला किया. इस जघन्य अपराध के सबूत मिटाने की कोशिश करना अपराधिक मानसिकता का परिचायक है. मृत छात्रा के लिए हम तत्काल न्याय की मांग करते हैं.
''कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ जो अमानवीय कृत्य हुआ उसकी हम घोर निंदा करते हैं.हम चाहते हैं मेडिकल स्टाफ के लिए कड़े कानून बनाए जाए.साथ ही साथ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट में अधिकतम सजा का प्रावधान हो.'' डॉ मुकेश कुमार हेला, सिविल सर्जन जिला अस्पताल
मेडिकल स्टाफ ने इस घटना के दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है. साथ ही तत्काल संपूर्ण देश में चिकित्सक समेत मेडिकल स्टाफ सुरक्षा के लिए कठोर कानून लाने की मांग की जा रही है. वहीं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत 10 साल की सजा का प्रावधान करने की मांग डॉक्टर्स ने की है.
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