प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को छात्रों के समर्थन में रिटायर आईजी व पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर यूनिवर्सिटी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ धरना भी दिया. अमिताभ ठाकुर ने ऐलान किया है कि 11 फरवरी तक अगर छात्रों की मांग पर आरोपी प्रॉक्टर व अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई नहीं करती है तो 12 फरवरी से छात्रों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया जाएगा.
आजाद अधिकार सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीए अमिताभ ठाकुर गुरुवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी गेट के बाहर धरना दे रहे छात्रों के बीच पहुंच गए. इसके बाद अमिताभ ठाकुर की मौजूदगी में आंदोलित छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अमिताभ ठाकुर ने छात्रों के बीच ऐलान किया है कि अगर छात्र का उत्पीड़न करने के आरोपी चीफ प्रॉक्टर और उनकी टीम के अन्य लोगों के खिलाफ 11 फरवरी तक मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है तो 12 फरवरी से पुलिस आयुक्त का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं, पूर्व छात्र कवि का कहना है कि जिस तरह से चीफ प्रॉक्टर और उनकी टीम ने छात्र अभिषेक गुप्ता का उत्पीड़न किया है. उसके विरोध में छात्रों का आंदोलन इंसाफ न मिलने तक जारी रहेगा.
विश्वविद्यालय प्रशासन के दबाव में कार्रवाई न करने का आरोप: अमिताभ ठाकुर ने पुलिस पर विश्वविद्यालय प्रशासन के डर और दबाव की वजह से कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वीसी और उनकी पहुंच से प्रभावित होकर प्रयागराज के पुलिस और प्रशासन के अधिकारी छात्रों को इंसाफ दिलाने के लिए कानूनी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ा रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन के दबाव में पुलिस ने अभी तक चीफ प्रॉक्टर और उनके साथ अन्य आरोपियों के खिलाफ न तो मुकदमा दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई की है. पुलिस का यह ढुलमुल रवैया साबित करता है कि पुलिस विश्वविद्यालय प्रशासन के दबाव में काम कर रही है.