रायपुर: एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर बुधवार को राजधानी में जमकर हंगामा देखने को मिला. सैकड़ों की तादाद में अभ्यर्थी एसआई भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर लगातार शासन प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई. अब जब उनके सब्र का बांध टूट चुका है तो सभी अभ्यर्थी गृहमंत्री के बंगले के बाहर बुधवार सुबह से ही धरने पर बैठ गए हैं. ये सभी गृहमंत्री से मुलाकात की जिद पर अड़े हैं.
गृहमंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन: गृहमंत्री के घर के बाहर काफी संख्या में महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं. उनमें से कुछ तो अपने बच्चों को लेकर भी पहुंची थी. इस बीच लगातार पुलिस प्रशासन उन्हें हटने के लिए चेतावनी देते नजर आए. पुलिस प्रशासन का कहना है कि गृहमंत्री के बंगले के आसपास धारा 144 लागू है. ऐसे में इतनी संख्या में लोग यहां जमा नहीं हो सकते, लेकिन सभी अभ्यर्थी बंगले के बाहर से टस से मस नहीं हो रहे. ये विरोध लगभग 4 घंटे तक चलता रहा. अलग-अलग पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचते रहे और कुछ मिनट बाद जगह खाली करने की चेतावनी देते रहे.
अभ्यर्थियों को मनाने पहुंचे पुलिस प्रशासन: चूंकि प्रदर्शन के दौरान अपने बंगले में गृहमंत्री मौजूद नहीं थे, इसलिए उनसे मुलाकात होना भी संभव नहीं था. यही कारण कि बाद में पुलिस प्रशासन इन अभ्यार्थियों को मनाने लगे. पुलिस का कहना था कि एक प्रतिनिधि मंडल अंदर जा सकता है. संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी बात रख सकता है, लेकिन यह सभी अभ्यर्थी इसके लिए राजी नहीं हुए. उनका कहना था कि सभी एक साथ अपनी बात रखेंगे, क्योंकि यह समस्या किसी एक अभ्यर्थी की नहीं बल्कि सभी की थी.
परिणाम घोषित करने की मांग: ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने बताया, "साल 2018 में जो भर्ती शुरू हुई थी, उसका रिजल्ट आज तक जारी नहीं हुआ है. जबकि सारी परीक्षा से संबंधित गतिविधियां अगस्त 2023 में पूरी कर ली गई थी. अब महज परिणाम घोषित करना है, लेकिन सरकार इसमें लेटलतीफी कर रही है. तीन सीएम बदल गए और अब तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ." एक महिला अभ्यर्थी ने कहा, "साल 2018 में जब भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुई थी, तो कुंवारी थी. आज अपने 3 साल के बच्चे के साथ गृहमंत्री के बंगले के बाहर रिजल्ट घोषित करने की मांग कर रही हूं."
गृहमंत्री के बंगले में घुसे प्रदर्शनकारी: आखिरकार इन अभ्यर्थियों के जिद के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा. इन सभी अभ्यर्थियों को गृहमंत्री के बंगले में प्रवेश दिया गया. उन्हें बंगले में ले जाकर एक जगह बैठाया गया. हालांकि खबर लिखे जाने तक सभी अभ्यर्थी गृहमंत्री के बंगले में अपनी मांग को लेकर डेट रहे.
ये है पूरा मामला: बता दें कि छत्तीसगढ़ में एसआई भर्ती परीक्षा के लिए साल 2018 में वैकेंसी निकाली गई थी. उस दौरान प्रदेश में भाजपा सरकार थी. इसके बाद कांग्रेस सरकार आई और 5 साल तक इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया. वर्तमान में एक बार फिर भाजपा की सरकार प्रदेश की सत्ता पर काबिज है, लेकिन अब तक इसका रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है. साल 2023 में इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर परीक्षा हुई थी. उसके बाद से अभ्यर्थियों को रिजल्ट का इंतजार है, जो आज तक जारी नहीं हुआ है. यही कारण है कि अब इन अभ्यर्थियों के सब्र का बांध टूट गया है.