जयपुर. प्रांतीय नल मजदूर यूनियन इंटक की ओर से बुधवार को कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर जल भवन पर प्रदर्शन किया और इस संबंध में मुख्य अभियंता प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा. अपनी मांगों को लेकर यह कर्मचारी काफी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के बाद मुख्य अभियंता प्रशासन ने वर्क चार्ज कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश जारी कर दिए.
प्रांतीय नाल मजदूर यूनियन इंटक की ओर से जल भवन पर प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत के नेतृत्व में कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर इंटक की ओर से लगातार संघर्ष किया जा रहा है. प्रांतीय नल मजदूर यूनियन इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत ने बताया कि सरकार ने वर्क चार्ज कर्मचारियों को नियमित करने का आदेश तो जारी कर दिया है, लेकिन अभी तक इसके विभागीय आदेश जारी नहीं किए गए थे. इस संबंध में संगठन की ओर से मुख्य अभियंता प्रशासन दिनेश गोयल को कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा और मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग भी रखी थी. मांग पूरी नहीं होने पर संगठन की ओर से प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाकर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी.
पढ़ें: भजनलाल सरकार का एक और बड़ा फैसला, सरकारी कार्यालयों में प्लास्टिक बोतल के उपयोग पर पाबंदी
संजय सिंह शेखावत ने बताया कि कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के बाद शाम को मुख्य अभियंता प्रशासन दिनेश गोयल ने वर्क चार्ज कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश जारी कर दिए. वर्क चार्ज कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश जारी होने से कर्मचारियों में खुशी है और आज के प्रदर्शन में यही उनकी प्रमुख मांग भी थी. शेखावत ने बताया कि आज के संघर्ष का सुखद परिणाम मिला है और वर्क चार्ज कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अन्य मांगों को लेकर संगठन की ओर से लगातार संघर्ष जारी रहेगा.
संगठन की अन्य प्रमुख मांगे:
- जिला बाड़मेर सहित अन्य क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारी वर्ष 1989 से बेलदार के पद पर कार्यरत हैं. ऐसे कर्मचारियों को वेतन विसंगति के कारण आर्थिक नुकसान हो रहा है. ऐसे कार्मिकों का चयन कर वेतन विसंगति दूर करने की मांग.
- जलदाय विभाग में तकनीकी कर्मचारियों को मिलने वाली लिवरेज राशि प्रदेश में सबसे कम है. जबकि यह राशि हर वर्ष महंगाई सूचकांक के अनुरूप बढ़नी चाहिए. इस राशि में वर्ष 2011 से अब तक बढ़ोतरी नहीं की गई है.
- जलदाय विभाग में निरंतर कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं. विभाग में कर्मचारियों की बहुत कमी है और कार्यरत कर्मचारियों को अधिक काम करना पड़ रहा है. कर्मचारियों ने विभाग में नई भर्ती करने की मांग की है.
- जलदाय विभाग में जिला जोधपुर नगर उपखण्ड न्यू पावर हाऊस में कार्यरत राजेन्द्र सिंह, आर्टिजन-प्रथम के पद पर कार्यरत हैं. नियम अनुसार फोरमैन द्वितीय के पद पर 2016-17 में डी.पी.सी. की जानी थी, लेकिन विभाग ने इनको डीपीसी में नहीं लिया. कर्मचारी ने जोधपुर उच्च न्यायालय में विवाद दायर किया, जिसका फैसला वर्ष 2023 में कार्मिक के पक्ष में दिया गया था. संगठन ने कार्मिक को शीघ्र ही फोरमैन-द्वितीय के पद पर नियुक्त करने की मांग की.
- जयपुर नगर उपखण्ड-8 उत्तर मेहंदी के चौक में वर्कचार्ज सहायक रघुवीर सिंह शेखावत को वर्ष 2013 में न्यायालय के आदेश से विभाग में स्टोर मुंशी बनाया था. वर्ष 2020 में कार्मिक को विभाग ने अपात्रित स्टोर मुंशी कर पुनः वर्कचार्ज सहायक कर दिया. संगठन ने रघुवीर सिंह को अपात्रित श्रेणी से हटाकर पुनः स्टोर मुंशी के पद पर बहाल करने की मांग की है.
- जयपुर के मालवीय नगर में कर्मचारी सीताराम बलाई की मृत्यु कार्यरत सेवाकाल में 2019 में हो गई थी. कार्मिक के परिजन को अब तक अनुकम्पा नौकरी एवं पेंशन सम्बन्धी परिलाभ नहीं दिए गए है. संगठन ने सीताराम के परिजनों को परिलाभ एवं अनुकम्पा नियुक्ति दिलाने की मांग की.