बस्तर: नगरनार एनएमडीसी स्टील प्लांट प्रबंधन के खिलाफ स्थानीय भू प्रभावितों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते छह दिनों से NMDC प्लांट के सामने भू प्रभावित अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दे रहे है. बुधवार को भू प्रभावितों ने जय झाड़ेश्वर भू प्रभावित समिति के बैनर तले प्रदर्शन किया. समिति की ओर से इस मौके पर एनएमडीसी स्टील प्लांट का घेराव भी किया गया. एनएमडीसी स्टील प्लांट की ओर से पहुंचे अधिकारियों ने भू प्रभावितों को मनाने की भरसक कोशिश की लेकिन भू प्रभावित अपनी मांगों पर डटे रहे.
प्लांट प्रबंधन पर मनमानी का आरोप: प्रभावितों का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर कभी भी प्लांट प्रबंधन गंभीर नजर नहीं आया है. स्थानीय लोग चाहते हैं कि उनको रोजगा मिले. नौकरी के अवसर मिले लेकिन एनएमडीसी की और से इसको लेकर कोई भी कदम नहीं उठाया जाता है. लोगों ने ये भी शिकायत की है कि एनएमडीसी के प्लांट से बाहर निकलने वाला पानी खेतों को लगातार खराब कर रहा है. जिसको लेकर भी लंबे वक्त तक आंदोलन चला. कंपनी ने इसको लेकर भी कोई समाधान नहीं निकाला है.
''स्थानीय भू प्रभावितों के द्वारा एनएमडीसी स्टील प्लांट में माल ढुलाई करने वाले वाहनों में उन्हें प्राथमिकता देने, स्थानीय लोगों को रोजगार देने, शिक्षा स्वास्थ्य सहित स्थानीय गांव के विकास के लिए राशि उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है''. - लैखन बघेल, सरपंच, नगरनार
''सभी बातों को लेकर बीते दिनों बस्तर कलेक्टर की मध्यस्थता में बातचीत की गई थी. दोनों ओर से अपना अपना पक्ष रखा गया था. उम्मीद है कि जल्द ही कोई रास्ता निकल आएगा जिसके बाद NDMC के सामने स्थित सामान्य हो जाएगी''. - रफ़ीक अहमद, एनएमडीसी के अधिकारी
कब निकलेगा समस्या का समाधान: भू प्रभावित जहां अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं वहीं प्रबंधन भी जल्द जल्द इस विवाद का अंत चाहता है. अब देखना ये है कि दोनों पक्ष कबतक बातचीत के जरिए किसी समाधान तक पहुंचते हैं. लगातार चल रहे धरना प्रदर्शन से जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है.