मुंगेर : भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. कहा जाता है लोकतंत्र में जनता का, जनता के लिए, जनता द्वारा शासन होता है. ऐसे में जब लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व लोकसभा का चुनाव हो रहा है, तो जनता भी अपनी ताकत दिखा रही है. कई जगहों पर नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वर्तमान सांसद ललन सिंह के साथ मुंगेर में हो रहा है.
मुंगेर में ललन सिंह का विरोध : पिछले दो दिनों में ललन सिंह को तीन जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा है. एक जगह पर तो गुस्साई भीड़ ने उन्हें काला झंडा तक दिखा दिया. हालांकि किसी तरह से स्थिति को नियंत्रित किया गया. वहीं एक स्थान पर खड़े होकर कुछ युवकों ने विरोध किया. इधर मंच पर बैठे रहे ललन सिंह युवक की बात सुनते रहे.
पंचायत प्रतिनिधि ने निकाली भड़ास : दरअसल, ललन सिंह टीकारामपुर में एक छोटी सभा को संबोधित करने के लिए आए थे. पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे थे. इसी बीच एक पंचायत प्रतिनिधि ने उनके विरोध में आवाज बुलंद कर दी. सैकड़ों लोगों के सामने पूरी भड़ास निकाल डाली. उसका कहना था कि आजतक विकास नहीं हुआ है, जबकि आप सांसद भी हैं और पहले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे.
ललन सिंह को दिखाया गया काला झंडा : मुंगेर से एनडीए प्रत्याशी ललन सिंह को काला झंडा भी दिखाया गया. खैरा गांव में यह नजारा देखने को मिला. भारी विरोध के बीच ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. यहां तक कि लोगो ने ललन सिंह को गांव में घुसने तक नहीं दिया.
अनीता देवी से है ललन सिंह का मुकाबला : बता दें कि ललन सिंह मुंगेर से सांसद हैं. इस बार भी जेडीयू ने उनपर भरोसा जाता है. ललन सिंह का मुकाबला आरजेडी से उम्मीदवार अनीता देवी से है. अनीता देवी बाहुबली अशोक महतो की पत्नी हैं. बता दें कि अशोक महतो 17 साल बाद जेल से निकले हैं. लोगों का कहना है कि टिकट के लिए ही उन्होंने अनीता से शादी की है.
लगातार नेताओं का हो रहा विरोध : अगर देखा जाए तो राज्य के विभिन्न हिस्सों में नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बात सिर्फ एक पार्टी की नहीं है. काराकाट में आरएलएम के उपेन्द्र कुशवाहा, किशनगंज में कांग्रेस के सांसद मोहम्मद जावेद, दरभंगा में बीजेपी के गोपालजी ठाकुर, गया में हम के जीतन राम मांझी को भी विरोध का सामना करना पड़ा है.
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