बस्तर: जिले में ईसाई समाज के लोगों से मारपीट का मामला सामने आया है. विरोध में ईसाई समाज के लोगों ने धरना प्रदर्शन के बाद रैली निकाली. इसके बाद कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा. समाज के लोगों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. इस पर डिप्टी कलेक्टर ने समाज के लोगों को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
मारपीट की घटना बढ़ने का लगाया आरोप: दरअसल, ये पूरा मामला बस्तर के लोहंडीगुड़ा ब्लॉक का है. पीड़ित का आरोप है कि यहां रहने वाली एक महिला की मौत रायपुर में हो गई थी. महिला का जगदलपुर शहर के पास करकपाल में अंतिम संस्कार किया गया. इसके बाद सभी वापस घर आए. तभी दर्जनों लोग डंडे लेकर उनके घर पहुंचे और तकरीबन 8 लोगों से मारपीट की. मारपीट के बाद उन्हें रूम के अंदर भी बंद कर दिया गया. अगले दिन पुलिस ने दरवाजा खोलकर सभी ग्रामीणों को बाहर निकाला और जगदलपुर कोतवाली थाना ले गए. उनसे पूछताछ की गई. उसके बाद तीन दिनों तक जेल में ही उन्हें रखा गया था. तीसरे दिन उनकी जमानत की गई, लेकिन पुलिस ने इस मामले में किसी प्रकार का कोई अपराध पंजीबद्ध दर्ज नहीं किया. ना ही मारपीट में शामिल लोगों पर कोई कार्रवाई हुई.
पूरे छत्तीसगढ़ में षड्यंत्र करके एक दूसरे से लड़वाने वाले लोगों का चेहरा उजागर करने के लिए आंदोलन का आगाज हो गया है. विशेष धर्म के लोगों के साथ धर्म जात के नाम पर न केवल बस्तर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में बेरहमी से मारपीट की जा रही है. लोगों के घरों में घुसकर उनसे मारपीट की जा रही है. उनकी फसल लूट ली जा रही है. उन्हें घर से बेघर किया जा रहा है. सबसे बड़ी विडंबना की बात यह है कि कानून के रक्षकों के सामने ही ऐसी घटनाएं घट रही है. इस कारण आज बस्तर संभाग के मसीह समाज के लोग जगदलपुर मुख्यालय में एकत्रित हुए और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने के बाद जिले के डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. -नरेंद्र भवानी, संस्थापक, छत्तीसगढ़ युवा मंच
जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन: इस पूरे मामले में पीडितों का आरोप है कि वेवजह हमारे घर में घुसकर हमसे मारपीट की गई. उसके बाद हमें घर में बंद कर दिया गया फिर हमे जेल भेजा गया. हालांकि अब तक पुलिस ने इस मामले में दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसके विरोध में मसीह समाज के लोगों ने बुधवार को जगदलपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. डिप्टी कलेक्टर ने भी मामले में जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है.