रोहतक: टिटौली गांव में गुरूवार को चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे रोहतक लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद और उम्मीदवार अरविंद शर्मा को विरोध का सामना करना पड़ा. भारतीय किसान यूनियन से जुड़े हुए प्रतिनिधियों ने किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर सांसद से सवाल किया तो हंगामा शुरू हो गया. किसानों और भाजपा समर्थकों में जमकर कहासुनी हो गई. यहां तक की कार्यकर्ताओं में मारपीट भी नौबत आ गई.
जब विवाद ज्यादा बढ़ गया तो अरविंद शर्मा को कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा. टिटौली गांव को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है और ये गांव गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र में आता है. इसी विधानसभा क्षेत्र से भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक हैं. फिलहाल वे हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं. हुड्डा के बेटे कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य हैं और रोहतक लोकसभा क्षेत्र 3 बार सांसद रह चुके हैं. एक बार फिर कांग्रेस के टिकट पर वो चुनाव लड़ सकते हैं.
भाजपा के मौजूदा सांसद और रोहतक सीट से उम्मीदवार अरविंद शर्मा एक महीने से भी ज्यादा समय से रोहतक लोकसभा क्षेत्र के गांवों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. 3 मई को गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से अंतर्गत आने वाले गांव जसिया में मुख्यमंत्री नायब सैनी विजय संकल्प रैली में शिरकत करके अरविंद शर्मा के लिए वोट की अपील करेंगे. इस रैली से पहले भाजपा सांसद भी इस क्षेत्र में चुनाव प्रचार के साथ-साथ जनता से रैली में भाग लेने की अपील भी कर रहे हैं.
अरविंद शर्मा ने सुबह के समय अपने प्रचार अभियान की शुरूआत सिसरैली गांव से की. इस कार्यक्रम में भी एक युवती ने बीच में माइक ले लिया और सांसद से सवाल किया कि 5 साल तक कहां थे. अब चुनाव में वोटों की जरूरत है तब यहां क्यों आये. भाजपा समर्थकों ने युवती से माइक ले लिया. साथ ही उसे मंच से उतारा और बाहर ले गए. इसके बाद भाजपा सांसद चुनाव प्रचार अभियान के तहत टिटौली गांव पहुंचे थे. कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में अरविंद शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को निशाने पर लिया.
भाजपा सांसद के कार्यक्रम की सूचना मिलने पर भारतीय किसान यूनियन के किसान वहां पहुंच गये और विरोध करना शुरू कर दिया. किसानों से जुड़े हुए मुद्दों पर सांसद से सवाल किए गये. जिस पर अरविंद शर्मा के समर्थकों ने विरोध करने वालों को कांग्रेसी कह डाला. इसी बात पर भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधि भड़क गए. दोनों पक्षों में काफी देर तक कहासुनी हुई और मारपीट तक होने लगी. विवाद इतना बढ़ गया कि अरविंद शर्मा को कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा. किसानों ने कहा कि हम उनसे सवाल पूछने आये थे लेकिन वो जवाब दिए बिना ही भाग गये.