नई दिल्ली/गाजियाबाद: यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के प्रोजेक्ट्स गाजियाबाद में धरातल पर उतरने लगे हैं. जिले में करीब 1 लाख 29 हजार करोड़ के 3625 एमओयू साइन हुए थे. 283 प्रोजेक्ट्स की इसी साल फरवरी में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हुई थी. ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के पांच महीने बाद 120 औद्योगिक इकाइयां गाजियाबाद में बनकर तैयार हो गई है. सभी इकाइयों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है. औद्योगिक इकाइयों में इंजीनियरिंग गुड्स, मशीनरी गुड्स, टैक्सटाइल्स आदि का उत्पादन हो रहा है. हालांकि, अन्य प्रोजेक्ट्स की धरातल पर न उतरने के पीछे वजह जमीन उपलब्ध ना होना है.
गाजियाबाद में सर्वाधिक 3625 एमओयू हुए थे साइनः समिट के दौरान गाजियाबाद में सर्वाधिक 3625 एमओयू साइन हुए थे. एमओयू साइन करने वाले इन्वेस्टर्स की तरफ से एक लाख 29 हज़ार करोड़ का गाजियाबाद में इन्वेस्टमेंट करने का कमिटमेंट दिया गया था. भूमि की आवश्यकता की पूर्ति के लिए UPSIDA और जिला प्रशासन प्रयास कर रहा है. इसके लिए लैंड बैंक स्थापित की जाएगी, जिससे की नई इकाइयों को भूमि उपलब्ध होगी. करीब 36,000 करोड़ रुपए का निवेश हो चुका है. विभाग द्वारा अन्य निवेशकों से भी फॉलो अप किया जा रहा है. हालांकि, निवेशकों को भूमि उपलब्ध कराना अधिकारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. गाजियाबाद में जमीन की कीमतें काफी अधिक है.
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गाजियाबाद में कुल 11 इंडस्ट्रियल एरिया सभी हैं आवंटितः निवेदक चाहते है कि सस्ती दामों पर भूमि मिले, क्योंकि औद्योगिक इकाइयों को स्थापित करने के लिए भूमि में अधिक निवेश करने से निवेशक बचते हैं. जिला प्रशासन और UPSIDA द्वारा औद्योगिक इकाइयों को भूमि उपलब्ध कराने के प्रयास किया जा रहे हैं. गाजियाबाद में कुल 11 इंडस्ट्रियल एरिया हैं जो सभी आवंटित हैं. यहां औद्योगिक इकाइयां पहले से ही संचालित हैं.
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