जयपुर. अगर शरीर में किसी को विटामिन की कमी हो जाये, तो उस व्यक्ति को उसी प्रकार बीमारिया होती है. आमतौर पर विटामिन-सी की कमी से शरीर को होने वाली प्रमुख समस्याओं में...
- मोतियाबिंद होना
- हड्डियां कमजोर होना
- खाया पिया शरीर को ना लगाना
- शरीर में दूषित कीटाणुओं की बढ़त
- घाव में पिप पड़ना
- चिड़चिड़ापन
- लकवा मारना
- शरीर कमजोर होना
- श्वेत प्रदर
- भूख न लगना
- साँस लेने में कठिनाई
- चर्म रोग
- अल्सर का फोड़ा होना
- चेहरे पे दाग पड़ना
- फेफड़े कमजोर पड़ना जैसी परेशानियां भी हो सकती है
इन खाद्य पदार्थों में होता है विटामिन सी : शरीर में विटामिन C की कमी के कारण बीमारियों को दूर करने के लिए अच्छी खुराक की जरूरत होती है. शरीर में इसकी पूर्ति के लिए आंवला , सेब , अमरूद , केला , बैर , कटहल , पुदीना , आम , मुक्का , दूध , निम्बू , टमाटर , चुकंदर , पत्ता गोभी , हरा धनिया और पालक का सेवन करना चाहिए.
यह कमियां भी होती है दूर : जिसके शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी होती है, उसके लिए विटामिन C लाभदायक है. अगर इसकी कमी हो जाये, तो शरीर में खून की कमी होगी. चेहरे के दाग धब्बे अगर दूर करना होता, तो विटामिन-सी इसमें अहम भूमिका निभाता है. लकवा और पोलियो जैसे मरीज को विटामिन-सी की खुराक देना जरूरी है . अगर किसी को बुखार आता है , तो उसे विटामिन का इंजेक्शन लगवा के बुखार तुरंत उतर जाता है . डॉ रोहित के मुताबिक शरीर को 25 से 30 मिलीग्राम विटामिन सी पर्याप्त होता है.
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विटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है. यह हमारे शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए अति आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है. विटामिन सी केवल इंसानों के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य स्पनपायी जानवरों के लिए भी जरूरी है. फर्क सिर्फ इतना है कि बहुत से स्तनपायी जानवर अपने शरीर की कोशिकाओं की मदद से विटामिन उत्पन्न कर लेते हैं, जबकि मानव, गुरिल्ला इत्यादि ऐसा नहीं कर सकते. यही वजह है कि हमारे लिए विटामिन सी से भरपूर फल व सब्जियों या फिर सप्लीमेंट्स का सेवन करना जरूरी हो जाता है.