शिमला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 4 मई को शिमला पहुंचेंगी. उनका 4 से 8 मई तक हिमाचल का दौरा प्रस्तावित है. इस दौरान राष्ट्रपति का शिमला स्थित प्रसिद्ध मंदिरों में जाने का भी कार्यक्रम है. वे शिमला स्थित गेयटी थियेटर में आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्या में भी शिरकत करेंगी. हिमाचल में राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली है. प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. वहीं राष्ट्रपति से जो भी नेता या अधिकारी मिलने जाएंगे, उनका पहले कोविड टेस्ट (आरटीपीसीआर) कराना होगा. रिपोर्ट सही आने पर ही उन्हें राष्ट्रपति से मिलने की अनुमति दी जाएगी.
ये राष्ट्रपति का कार्यक्रम: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 8 मई तक हिमाचल के दौरे पर रहेंगी. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 5 मई को कैंचमेंट एरिया कुफरी का दौरा करेंगी. 6 मई को केंद्रीय विवि धर्मशाला के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. 7 मई को सुबह संकट मोचन और तारादेवी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करेंगी. इसी दिन दोपहर बाद राष्ट्रपति माल रोड और रिज मैदान की सैर करेंगी. शाम के समय वे शिमला स्थित गेयटी थियेटर में आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्या में भी शिरकत करेंगी. राष्ट्रपति के विभिन्न जगहों के भ्रमण के दौरान उन्हें वहां के इतिहास के बारे में भी अवगत करवाया जाएगा, जिसमें रिज, गेयटी थियेटर, तारा देवी माता मंदिर, जाखू व संकट मोचन मंदिर का इतिहास शामिल रहेगा. ऐसे में इन सभी स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं.
दो कैबिनेट मंत्री मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 4 से 8 मई के दौरे को देखते हुए दो मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त किए गए हैं. राष्ट्रपति भवन दिल्ली से हुई चर्चा के बाद प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल को शिमला में मिनिस्ट्री इन वेटिंग लगाया है, वहीं कांगड़ा में कृषि मंत्री चंद्र कुमार यह जिम्मेदारी देखेंगे. शिमला और कांगड़ा आगमन पर राष्ट्रपति को रिसीव करने के लिए ये दोनों मंत्री उपलब्ध रहेंगे. शिमला शहर के आसपास राष्ट्रपति के चार कार्यक्रम तय हैं. इस दौरान वह रिज पर भी टहलेंगी.
6 मई को धर्मशाला जाएंगी राष्ट्रपति: राष्ट्रपति का छह मई को धर्मशाला जाने का कार्यक्रम है, जहां केंद्रीय विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह भाग लेंगी. इस बार राष्ट्रपति शिमला के जुबड़हट्टी एयरपोर्ट के माध्यम से आ रही हैं. क्योंकि उनका दौरा डोरनियर जहाजों के माध्यम से होगा. इससे पहले, वायु सेवा के हेलिकॉप्टर सीधे कल्याणी हेलीपैड मशोबरा ही लैंडिंग करते थे. दौरे के लिए दो लोकेशन होने के कारण मिनिस्टर इन वेटिंग भी दो लगाने पड़े हैं. इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति के लिए शिमला में 30 लाइजन अफसर नियुक्त किए गए हैं, जो राष्ट्रपति के परिजनों और स्टाफ की सुविधा की व्यवस्था देखेंगे. इस बार राष्ट्रपति निवास द रिट्रीट मशोबरा में एट होम का आयोजन नहीं है.
क्षेत्रों को अलग-अलग सेक्टर में बांटा: इस बार शहर को कई सेक्टर में विभाजित किया गया है. जुब्बड़हट्टी से लेकर छराबड़ा तक के अलग-अलग अलग सेक्टर बनाए गए हैं. इसके अलावा जिन स्थलों का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दौरा करेगी. ऐसे क्षेत्रों को भी अलग अलग सेक्टर में बांटा गया है, जिसमें हर सेक्टर में सैकड़ों पुलिस अधिकारी तैनात होंगे.
सड़के हुई चकाचक: राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए पूरे शिमला में सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता है. इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति जिन क्षेत्रों से गुजरेगी यहां पर टारिंग कर सड़कों को चकाचक किया गया है. इसके लिए मुख्यसचिव ने व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए पहले ही पीडब्ल्यूडी को सभी सड़कों को दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए थे. ताकि इस दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो.
अधिकारियों ने की रिहर्सल: राष्ट्रपति के दौरे को लेकर शुक्रवार को अधिकारियों ने गाड़ियों के काफिले के साथ रिहर्सल की. इस दौरान माल रोड सहित कई जगहों गाड़ियों का काफिला गुजरा. ताकि राष्ट्रपति आगमन पर सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की चूक की आशंका न रहे. वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के राजधानी शिमला दौरे को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह अलर्ट है. विभाग की एक टीम राष्ट्रपति की स्वास्थ्य जांच करेगी और 24 घंटे उनके साथ रहेगी. उनके स्टाफ की जांच के लिए अलग से टीमें तैयार की हैं.
आईजीएमसी प्रबंधन ने की पूरी व्यवस्था; विभाग ने कुल 12 से अधिक टीमें बनाई हैं. आईजीएमसी प्रबंधन ने भी व्यवस्था पूरी कर ली है. वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए दो स्पेशल वार्ड भी रिजर्व में रखे हैं. खुफिया तंत्र और पुलिस के जवानों ने शुक्रवार को अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया है. इसके अलावा दवाइयां, एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम की शिफ्टों में ड्यूटियां लगाई गई हैं.
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