कोरबा: शहर के सीतामढ़ी स्थित श्री सप्तदेव मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने की खास तैयारी है. मंदिर प्रबंधन इसकी तैयारियों में जुटा है. झांकियों को मूर्तिकारों के द्वारा सजाया जा रहा है. यहां की झांकी श्रद्धालुओं के लिए खास आकर्षण है.
झांकियों से सजा श्री सप्तदेव मंदिर: सीतामढ़ी के श्री सप्तदेव मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं पर आधारित झांकियां श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. श्रीकृष्ण का कारावास में जन्म, वासुदेव द्वारा श्रीकृष्ण को नदी पार कराना, बकासुर का वध, कालिया नाग का वध, गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठाना सहित कई झांकियां तैयार की गई हैं.
जन्माष्टमी पर प्रतियोगिताएं: जन्माष्टमी पर कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं. आज श्री कृष्ण बनो प्रतियोगिता, रात्रि आठ बजे श्री श्याम भजन की प्रस्तुति, रात्रि 11 बजे से भव्य आतिशबाजी के साथ 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा.
जन्माष्टमी पर देर रात तक कार्यक्रम : श्री सप्तदेव मंदिर में श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम शाम चार बजे से रात्रि 1.00 बजे तक होगा. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर जयंती योग, रोहिणी नक्षत्र सहित चार योगों का विशेष संयोग बन रहा है. चंद्रमा वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे. ज्योतिषाचार्य के मुताबिक ऐसा संयोग दशकों बाद आया है.
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इस बार जन्माष्टमी पर कृतिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र और जयंती योग का अद्भूत संयोग बन रहा है. कृतिका नक्षत्र का संयोग दोपहर 3.56 मिनट से प्रारंभ होगा. रात्रिकालीन में जयंती योग और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के समय रोहिणी नक्षत्र का दुलर्भ संयोग रहेगा. जन्माष्टमी पर व्रत और पूजा अर्चना करना अत्यंत लाभकारी होगा.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार जयंती योग सर्वकालीन नाशक योग माना जाता है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे. चंद्रमा का गोचर रविवार की रात्रि लगभग 10.19 बजे वृषभ राशि में होगा, जो श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दौरान विराजमान रहेंगे. इस वजह से इस जन्माष्टी पर श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत ही लाभकारी होगा.