मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : जिले के जनकपुर को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनाया गया है. आगामी नवम्बर महीने में होने वाले निकाय चुनाव में यहां पहली बार नगर पंचायत का चुनाव होगा. इसको लेकर प्रशासन के साथ-साथ राजनीतिक दलों की भी तैयारी जोरों शोर से चल रही है. जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ से लगभग एक सौ दस किलोमीटर दूर वनांचल क्षेत्र के जनकपुर को पूर्वर्ती सरकार ने नगर पंचायत बनाने की घोषणा की थी.
पहली बार होंगे निकाय चुनाव : जनकपुर में लगभग पांच हजार वोटर्स हैं. बीस वार्डों वाली इस ग्राम पंचायत में नगर पंचायत बनने के बाद यहां निकाय के पंद्रह वार्ड होंगे. सीमांकन का कार्य लगभग पूरा हो गया है. वहीं पहली बार चुनाव जीतने के मकसद से बीजेपी और कांग्रेस के साथ क्षेत्रीय पार्टी भी अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं ताकि अपनी पार्टी की शहर सरकार बना सके. इसके साथ ही नगर पंचायत बन जाने के बाद यहां के लोगों को उम्मीद है कि शहर का अधिक विकास होगा.
'' निकाय के 15 वार्डों में सामान जनसंख्या अनुपात हो इसके लिए निर्देश मिले हैं.हमारी टीम इसकी तैयारियों में लगी है.ये प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी.''-मनहरण राठिया, तहसीलदार
ग्रामीणों ने किया था चक्काजाम : जनकपुर के ग्रामीणों ने इसे नगर पंचायत बनाने के लिए दो बार चक्काजाम भी किया था. पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की बड़ी वजह ये है कि ग्राम पंचायत में विकास के लिए बजट नहीं आता था.जबकि यहां के 20 वार्डों में लोगों की जनसंख्या बढ़ती जा रही थी. जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आई तो जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की मांग तेज हो गई. जिसके बाद 2023 के बहरासी में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की थी. जिसके बाद नगर पंचायत कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही सीएमओ की नियुक्ति की गई थी.वहीं अब निकाय चुनाव होने वाले हैं.