रांचीः झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 (जेएसएससी) के प्रश्न पत्र लीक मामले में एसआईटी अभी तक मुख्य साजिशकर्ता तक नहीं पहुच पाई है. मामले में अब तक तीन लोग ही गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग पेपर लीक मामले में शामिल हैं.
अवर सचिव सहित तीन को रिमांड पर लेने की तैयारी
अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि पेपर लीक का कनेक्शन बिहार से जुड़ा हुआ है. साजिश के कुछ लिंक चेन्नई से भी जुड़े हुए हैं. पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन जांच की दिशा आगे नहीं बढ़ पा रही है. ऐसे में अब एसआईटी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मोहम्मद शमीम और उनके दोनों बेटों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने वाली है. पुलिस की टीम मोहम्मद शमीम से ही यह उगलवाने का प्रयास करेगी कि पेपर लीक मामले के तार कहां-कहां से जुड़े हुए हैं. मिली जानकारी के अनुसार रांची पुलिस के द्वारा मोहम्मद शमीम और उसके दो बेटों को रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी भी डाल दी गई है, अदालत की मंजूरी मिलते ही मोहम्मद शमीम से पूछताछ की जाएगी.
बिहार के कई सरकारी अधिकारियों के शामिल होने की आशंका
प्रश्न पत्र लीक मामले में बिहार के कई सरकारी अधिकारी के शामिल होने की आशंका जतायी जा रही है. झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मो शामीम ने ही अभ्यर्थी पवन कुमार को 25 जनवरी की रात पटना भेजा था, जहां मौजूद लोगों ने पवन को प्रश्न पत्र दिया और उसकी तैयारी भी करायी, दिनभर और रातभर तैयारी कराने के बाद 27 की सुबह उसे पटना से रवाना कर दिया. वहां से पवन सीधे धनबाद स्थित सेंटर में पहुंचा और परीक्षा दी. रांची पुलिस की एसआईटी की जांच में यह बात सामने आयी है. अभ्यर्थी पवन ने अवर सचिव को दो ब्लैंक चेक भी दिया था एसआईटी को इसका सबूत भी मिला है. इस मामले में एसआईटी टेक्निकल सेल की मदद ले रही है. यह पता किया जा रहा है कि जिस मोबाइल नंबर से पवन की बात हुई थी, वो किसके नाम से अलॉट है.
अवर सचिव को व्हाट्सएप पर मिले कई चैट
एसआईटी ने अवर सचिव मो शमीम और उनके दोनों पुत्रों के जब्त मोबाइल को खंगाल चुकी है. मोबाइल की जांच में एसआईटी को यह जानकारी मिली कि अवर सचिव ने रांची की एक युवती समेत कई अभ्यर्थियों से संपर्क किया था. अवर सचिव की व्हाट्सएप चैट के माध्यम से युवती से बातचीत हुई थी. जिसमें यह कहा गया था कि प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए उसे पटना जाना पड़ेगा. मगर चार फरवरी को होने वाली परीक्षा रद्द होने की वजह से युवती पटना नहीं गयी. इसके अलावा अवर सचिव ने अपने दोनों पुत्रों से भी व्हाट्सएप चैट के माध्यम से प्रश्न पत्र से संबंधित बातचीत की थी. मोबाइल की जांच में कई नंबर भी एसआईटी को मिले हैं, जिसकी टीम जांच कर रही है.
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