कांकेर: राइस मिल में नाबालिग आदिवासी युवती से काम के दौरान शारीरिक शोषण का मामला ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. जिसके बाद राइस मिल संचालकों के खिलाफ कानूनी शिकंजा कस रहा है. मौजूदा समय में राइस मिल के ऊपर प्रशासनिक बुलडोजर चल सकता है.जिसके तहत गुरुवार को राजस्व अमला मौके पर पहुंचा.इस दौरान जब राइस मिल का मुआयना किया गया,तो जानकारी मिली कि राइस मिल सरकारी जमीन पर कब्जा करके चलाया जा रहा है.
हाईवे की पास की जमीन पर कब्जा : मिल संचालकों ने हाइवे से 100 मीटर दूरी के बाद से ही अपना कब्जा जमा रखा है. जहां बड़ी-बड़ी दीवारें बनाई गई है. राजस्व अमला ने नाप कर मार्क किया है जल्द ही राइस मिल के ऊपर बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी. एसडीएम अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि एक सप्ताह पहले राइस मिल में दुष्कर्म की घटना सामने आई थी. जिसमें लेबर ऑफिसर और महिला एवं बाल विकास की टीम ने जांच की थी. राइस मिल में मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. एक ही कमरे में मेल फीमेल मजदूरों को रखा जाता है.
''पूरे प्रकरण में राइस मिल को लेकर और शिकायत प्राप्त हुआ था.अतिक्रमण और मिल संचालन को लेकर खाद्य विभाग और राजस्व की टीम के साथ राइस मिल का निरीक्षण किए हैं. अभी भी जांच मौके पर चल रही है. अभी कुछ भूमि पर अतिक्रमण पाया गया है. अभी भी नाप-झोख चल रहा है.''अरुण कुमार वर्मा,एसडीएम
क्या था मामला ?: आपको बता दें कि कांकेर के राइस मिल में झारखंड के युवक ने वहां काम कर रही एक नाबालिग युवती को हवस का शिकार बनाया था.जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने 10 मई को गिरफ्तार किया. तब से सवाल उठने लगे थे कि आखिर राइस मिल में नाबालिक युवती से काम कैसे लिया जा रहा था. प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग और श्रम विभाग का संयुक्त जांच टीम गठित की. चार दिन बाद भी राइस मिल संचालक के ऊपर जब कार्रवाई नहीं हुई तो ETV भारत ने प्रमुखता से मामला उठाया. जिसके बाद कांकेर विधायक ने अधिकारियों को फटकार लगाई. अब राजस्व अमला आनन-फानन में राइस मिल की जमीन नापने पहुंचा.जहां जमीन नापने पर अधिकारी ही भौचके रह गए. क्योंकि आधी राइस मिल सरकारी जमीन पर खड़ी है.