जींद: बुधवार को हुई झमाझम बारिश ने गर्मी से तो राहत दी लेकिन शहर में हुए जलभराव से पानी निकासी के दावों की पोल भी खोल कर रख दी है. कहीं मिट्टी खिसकने से सड़कें धंस गई तो कहीं घरों में पानी घुस गया. जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. बाद में उमस ने भी लोगों को बेहाल कर दिया. जींद जिले में औसतन 27 एमएम बारिश दर्ज की गई.
जींद और उचाना में सबसे ज्यादा 45 एमएम बारिश दर्ज की गई. बुधवार को जींद में 45 एमएम, नरवाना में 17 एमएम, सफीदों में 15 एमएम, जुलाना में 32 एमएम, उचाना में 45 एमएम, अलेवा में चार एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई. बुधवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
प्री-मानसून बारिश ने जल निकासी की पोल खोली
मानसून की पहली बारिश ने बुधवार को सुबह गर्मी से राहत देने का काम किया. जिसने पूरे शहर के साथ अधिकरियों के पानी निकासी के दावों को भी धो डाला. शहर की सड़कें जलमग्र हो गई. लोगों के घरो में पानी घुस गया. बिजली व्यवस्था चौपट हो गई. सड़कों पर दो से ढाई फूट तक पानी खड़ा हो गया. कुछ स्थानों पर हालात यहां तक हो गये कि पानी देर शाम तक नहीं उतरा. नालों की सफाई ना होने से वो जवाब दे गए. सड़कों पर खड़े पानी से आमजन के साथ वाहन चालकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
निर्माणाधीन रेलवेब्रिज में धंसी भैंसें
प्री-मानसून बारिश के चलते सिवरेज सिस्टम के ठप्प होने पर वार्ड 27 की एमसी निकिता शर्मा के घर में पानी घुस गया. जिन्होंने बारिश से पहले नप अधिकारियों को अपना दुखड़ा सुनाया था. वहीं भिवानी रोड पर निर्माणाधीन रेलवे अंडरब्रिज पानी से लबालब भर गया और मिट्टी भी खिसक गई. जिससे भिवानी रोड पर बने मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है. बुधवार को बारिश के दौरान निर्माणाधीन अंडरब्रिज में दो भैंसें भी धंस गईं. लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्त के बाद भैंसों को लोगों ने रेस्क्यू किया.
नरवाना रोड बना बरसाती नाला, पॉश कालोनी भी लबालब
प्री मानसून बारिश से शहर का कुछ हिस्सा नही बल्कि पूरे शहर की व्यवस्था चौपट हो गई. शहर की नरवाना रोड पर दो-से तीन फूट पानी जमा हो गया. अपोला रोड, रोहतक रोड, पटियाला चौक बरसाती नाले की तरह नजर आया. पटियाला चौक से जाट स्कूल, जयंती देवी मंदिर से पुरानी सब्जी मंडी तक सड़क लबालब भर गई. यही हालात स्कीम नबर पांच और छह, अर्बन एस्टेट, डिफेंस कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड के अलावा शहर की बाहरी बस्तियों में नजर आये.
सुबह जलभराव, दोपहर बाद उमस ने किया बेहाल
बारिश ने किसानों को राहत दी है. जिसके साथ धान रोपाई का कार्य रफ्तार पकड़ेगा. सुबह के दौरान शहर में जलभराव ने लोगों को परेशान किया. वहीं दोपहर बाद उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया. हालांकि आकाश में बादल छाए रहे. बादलों के छाए रहने से बारिश के भी आसार बने रहे. बारिश से किसानों की जरूर बांछे खिली हुई हैं लेकिन शहरी इलाकों में जलभराव के हालात परेशानी बने हुए हैं.नगर परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि राज सैनी ने कहा कि अधिकारियों को फील्ड में उतारा गया है. काफी जगह से पानी की निकासी हो चुकी है. पानी निकासी के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर राजेश ने बताया कि प्री-मानसून से फसलों को फायदा पहुंचा है. अगले 24 घंटों में मानसून भी दस्तक दे देगा. आकाश में बादल छाए रहेंगे. जब तक अच्छी बारिश नहीं होती तब तक उमस परेशान करेगी. किसानों के लिए धान लगाने का अच्छा समय है.