प्रयागराज : संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे माघ मेला में मिनी भारत की एक झलक भी देखने को मिल रही है. माघ मेला के परेड मैदान में खादी ग्रामोद्योग विभाग की तरफ से एक विशाल प्रदर्शनी लगाई गई है. जिसमें देशभर के 13 राज्यों से आए हुए खादी से जुड़े हुए कपड़ों के साथ ही खाने-पीने के लकड़ी व सजावटी सामानों के स्टॉल लगाए गए हैं. जहां पर आकर लोग देश के अलग अलग राज्यों की प्रमुख विशेषता वाले प्रोडक्ट खरीद सकते हैं.
प्रयागराज में 15 जनवरी से शुरू हुए माघ मेला में 19 जनवरी को आंचलिक खादी प्रदर्शनी की शुरुआत हो गई है. परेड मैदान में लगी खादी प्रदर्शनी में 113 स्टॉल लगाए गए हैं. इन स्टालों पर खादी व सिल्क के साथ ही ऊनी कपड़ों का बाजार सज गया है. खादी ग्रामोद्योग विभाग की तरफ से लगाए गए इस मेले में यूपी के अलावा जम्मू कश्मीर से लेकर बिहार, राजस्थान, पंजाब, एमपी, छत्तीसगढ़, असम समेत 13 राज्यों के खादी उद्योग से जुड़े हुए लोगों के स्टॉल खुले हुए हैं.
35 हजार रुपये तक का मिलेगा पश्मीना शॉल : आंचलिक खादी प्रदर्शनी में लगाये गए स्टॉल में जम्मू कश्मीर से आये हुए खादी विभाग से जुड़े स्टॉल लगे हुए हैं.जहां पर पश्मीना ऊन का शॉल बिक रहा है जिसकी कीमत 8 हजार से शुरू होकर 35 हजार रुपये तक भी है.इसके अलावा ऊनी शॉल पांच सौ रुपये से लेकर चार हजार रुपये तक में बिक रहा है. इसी के साथ मोदी जैकेट, हाफ सदरी 9 सौ रुपये से लेकर 3 हजार तक मे बिक रही है.
मधुबनी की पेंटिंग और साड़ी : प्रदर्शनी में बिहार के अलग अलग जिलों के खादी के स्टॉल भी लगे हुए हैं. मधुबनी जिले की पेंटिंग और सिल्क की साड़ियां के साथ ही हाथ से बनी मधुबनी की पेंटिंग भी लोगों को खूब पसंद आ रही है. जिसकी कीमत 8 हजार रुपये तक है. मधुबनी के कलाकारों द्वारा सिल्क की साड़ियों पर हाथ से डिजाइन और पेंटिंग से बनाई गई साड़ियां भी लोगों को खूब भा रही हैं. इन साड़ियों की कीमत 6 हजार से लेकर 15 हजार रुपये तक है. साथ ही खादी के इस बाजार में गर्मी और सर्दी के कपड़ों के अलावा खाने के सामान अचार, मुरब्बा और खादी विभाग द्वारा बनाए गए अन्य उत्पादों की बिक्री भी हो रही है.
आंचलिक खादी प्रदर्शनी में दिख रहा मिनी भारत : प्रयागराज में चल रहे इस खादी के इस आंचलिक प्रदर्शनी में मिनी भारत का दर्शन हो रहा है. यूपी बिहार में साथ ही जम्मू कश्मीर से लेकर कश्मीर से लेकर बिहार, राजस्थान, पंजाब, एमपी, छत्तीसगढ़, असम समेत 13 राज्यों के उत्पाद यहां बिक रहे हैं. माघ मेला में कल्पवास की शुरुआत 25 जनवरी से होगी. जिसके लिए कल्पवसियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. खादी प्रदर्शनी में आए दुकानदारों का कहना है कि अभी मेला पूरी तरह से शुरू नहीं हुआ है. इसके बावजूद समान की बिक्री होने लगी है. उम्मीद है कि मेला में कल्पवसियों के आने के बाद से लेकर 8 मार्च को होने वाली शिवरात्रि तक उनके उत्पादों की खूब बिक्री होगी. मेले में लगे कई स्टॉल पर 30 फीसदी तक की छूट भी दी जा रही है.
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