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कुंभ के लिए बनारस में खास तैयारियां शुरू, 10 करोड़ लोगों के लिए तैयार हो रहे शेल्टर होम - MAHAKUMBH 2025

महाकुंभ को लेकर वाराणसी नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. 10 करोड़ से ज्यादा भक्तों के लिए शेल्टर होम की सुविधा उपलब्ध होगी.

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कुंभ के लिए बनारस में खास तैयारियां शुरु (pic credit- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 2, 2025, 5:40 PM IST

वाराणसी: प्रयागराज में 13 जनवरी से 27 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां जारी हैं. प्रयागराज तो दुल्हन की तरह सज रहा है लेकिन प्रयागराज से 120 किलोमीटर दूर धर्मनगरी वाराणसी में भी तैयारी ने जोर पकड़ लिया है. इसकी बड़ी वजह यह है कि प्रयागराज में होने वाले कुंभ या महाकुंभ के बाद पलट प्रवाह वाराणसी में भी जबरदस्त देखने को मिलता है. बनारस में दर्शन पूजन के साथ लगभग 1 महीने तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान करोड़ों की संख्या में लोग आते हैं.

इस बार भी जिला प्रशासन ने इस पर्व के दौरान लगभग 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान लगाया है. जिसकी वजह से बनारस आने वाले लोगों को सुंदर बनारस स्वच्छ बनारस दिखाने के साथ ही यहां रहने खाने-पीने और अन्य तरह की दिक्कतों से बचने के लिए भी तैयारी शुरू की गई हैं.

वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने दी जानकारी (video credit- ETV Bharat)

नगर निगम ने शुरू की तैयारियां: वाराणसी में महाकुंभ के बाद हमेशा से ही भीड़ जबर्दस्त होती है. वैसे भी श्री काशी विश्वनाथ धाम के बनने के बाद यहां भक्तों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक नव वर्ष के पहले दिन ही वाराणसी के विश्वनाथ धाम में साढ़े सात लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किये. दो दिन में लगभग 13 लाख लोगों ने बनारस में दर्शन पूजन किया. इसके बाद अनुमान यही है कि महाकुंभ में यह भीड़ प्रतिदिन इतनी ही हो सकती है, यानी 5 से 7 लाख के बीच प्रतिदिन लोगों के आने का अनुमान बनारस में लगाया जा रहा है.

100 नए शेल्टर होम बनेंगे: सबसे बड़ी जिम्मेदारी है यहां आने वाले लोगों को सर्द रातों में सुरक्षित रखने की है. इस बार नगर निगम वाराणसी और जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं. लगभग 25 शेल्टर होम वाराणसी में संचालित हो रहे हैं. इसके बाद अभी 100 नए शेल्टर होम बनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है.

इसके अलावा लगभग 50 से ज्यादा स्कूलों से बातचीत करके उनमें कमरों को भी रिजर्व रखा जा रहा है, ताकि यहां आने वाली भीड़ को रात में सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके. इतना ही नहीं, हर शेल्टर होम गेस्ट हाउस होटल और धर्मशालाओं की जानकारी प्रयागराज रोड से लेकर वाराणसी के हर भीड़भाड़ वाले चौराहे पर भी लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

इसे भी पढ़ें - महाकुंभ 2025 आने वाले श्रद्धालुओं को राहत! जैकेट पर लगे QR कोड स्कैनर से बुक होगा ट्रेन टिकट, जानें पूरा स्टेप - MAHAKUMBH 2025

ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा चालकों की विशेष ट्रेनिंग: हर चौराहे पर बड़े-बड़े फ्लेक्स और बोर्ड में बनारस में संचालित हो रहे शेल्टर होम धर्मशालाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी. ताकि यहां आने वाले लोगों को इन जगहों पर जाकर निशुल्क या फिर कम रेट पर कमरा मिल सके. लोग बनारस में भी प्रयाग से लौटकर अच्छे तरीके से अपनी धार्मिक यात्रा को पूरा कर सकें. इसके अलावा वाराणसी आने वाले लोगों को सड़क मार्ग पर कोई दिक्कत न हो इसके लिए रिक्शा ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा चालकों की विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी.

उनके लिए वर्दी का प्रबंध भी करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त हर रूट पर एक किराया निर्धारित किया जाएगा. किराए की जानकारी भी हर ऑटो स्टैंड पर उपलब्ध रहेगी, ताकि आने वाले लोगों से ज्यादा वसूली न हो सके. इसके अतिरिक्त नाविकों को भी एक रेट निर्धारित करके हर घाट से दूसरे घाट जाने के लिए निर्धारित रकम लेने के लिए कहा गया है. इसकी जानकारी भी मुख्य घाटों पर रेट लिस्ट के साथ चस्पा की जाएगी.

7 विभाग मिलकर करेंगे काम : वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि वाराणसी आने वाले लोगों को हर तरह की परेशानी से बचने के लिए नगर निगम जिला प्रशासन वाराणसी विकास प्राधिकरण समेत लगभग 7 विभाग मिलकर काम कर रहे हैं. पूरे शहर को सुंदर बनाने के लिए प्रयागराज वाले रूट को साफ सुथरा रखने के उद्देश्य से एक विशेष टीम तैयार की गई है. यह चार अलग-अलग रूप में काम करेगी.

इसमें साफ सफाई सुंदरीकरण, हरा-भरा रखने के लिए पेड़ों को लगाए जाने का काम और आने वाले यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रुकवाने की व्यवस्था कर अलग-अलग टीमों को जिम्मेदारियां दी गई है. एक विशेष कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है, जो कुंभ के दौरान आने वाले लोगों की परेशानियों को दूर करने के साथ ही साफ-सफाई से लेकर शहर में सीवर और अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का काम करेगा. इसकी निगरानी खुद वाराणसी के नगर आयुक्त और महापौर कर रहे हैं.

बनारस शहर की दीवारों गलियों को सुंदर दिखाने के लिए भी यहां पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. शहर की दीवारों पर कलात्मक चित्रकार न्यूरल आर्ट के जरिए इन्हें सुंदर बनाने का काम किया जा रहा है और लगभग 12 से 13 किलोमीटर के दायरे में दीवारों के सौंदर्यकरण के साथ सड़कों को दुरुस्त करने का काम भी किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें - प्रयागराज महाकुंभ; बनारस आने वाले श्रद्धालुओं को कैंट रेलवे स्टेशन पर मिलेगा शाकाहारी भोजन, ठहरने की भी मिलेगी सुविधा - BANARAS CANTT STATION FACILITY

वाराणसी: प्रयागराज में 13 जनवरी से 27 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां जारी हैं. प्रयागराज तो दुल्हन की तरह सज रहा है लेकिन प्रयागराज से 120 किलोमीटर दूर धर्मनगरी वाराणसी में भी तैयारी ने जोर पकड़ लिया है. इसकी बड़ी वजह यह है कि प्रयागराज में होने वाले कुंभ या महाकुंभ के बाद पलट प्रवाह वाराणसी में भी जबरदस्त देखने को मिलता है. बनारस में दर्शन पूजन के साथ लगभग 1 महीने तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान करोड़ों की संख्या में लोग आते हैं.

इस बार भी जिला प्रशासन ने इस पर्व के दौरान लगभग 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान लगाया है. जिसकी वजह से बनारस आने वाले लोगों को सुंदर बनारस स्वच्छ बनारस दिखाने के साथ ही यहां रहने खाने-पीने और अन्य तरह की दिक्कतों से बचने के लिए भी तैयारी शुरू की गई हैं.

वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने दी जानकारी (video credit- ETV Bharat)

नगर निगम ने शुरू की तैयारियां: वाराणसी में महाकुंभ के बाद हमेशा से ही भीड़ जबर्दस्त होती है. वैसे भी श्री काशी विश्वनाथ धाम के बनने के बाद यहां भक्तों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक नव वर्ष के पहले दिन ही वाराणसी के विश्वनाथ धाम में साढ़े सात लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किये. दो दिन में लगभग 13 लाख लोगों ने बनारस में दर्शन पूजन किया. इसके बाद अनुमान यही है कि महाकुंभ में यह भीड़ प्रतिदिन इतनी ही हो सकती है, यानी 5 से 7 लाख के बीच प्रतिदिन लोगों के आने का अनुमान बनारस में लगाया जा रहा है.

100 नए शेल्टर होम बनेंगे: सबसे बड़ी जिम्मेदारी है यहां आने वाले लोगों को सर्द रातों में सुरक्षित रखने की है. इस बार नगर निगम वाराणसी और जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं. लगभग 25 शेल्टर होम वाराणसी में संचालित हो रहे हैं. इसके बाद अभी 100 नए शेल्टर होम बनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है.

इसके अलावा लगभग 50 से ज्यादा स्कूलों से बातचीत करके उनमें कमरों को भी रिजर्व रखा जा रहा है, ताकि यहां आने वाली भीड़ को रात में सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके. इतना ही नहीं, हर शेल्टर होम गेस्ट हाउस होटल और धर्मशालाओं की जानकारी प्रयागराज रोड से लेकर वाराणसी के हर भीड़भाड़ वाले चौराहे पर भी लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

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ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा चालकों की विशेष ट्रेनिंग: हर चौराहे पर बड़े-बड़े फ्लेक्स और बोर्ड में बनारस में संचालित हो रहे शेल्टर होम धर्मशालाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी. ताकि यहां आने वाले लोगों को इन जगहों पर जाकर निशुल्क या फिर कम रेट पर कमरा मिल सके. लोग बनारस में भी प्रयाग से लौटकर अच्छे तरीके से अपनी धार्मिक यात्रा को पूरा कर सकें. इसके अलावा वाराणसी आने वाले लोगों को सड़क मार्ग पर कोई दिक्कत न हो इसके लिए रिक्शा ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा चालकों की विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी.

उनके लिए वर्दी का प्रबंध भी करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त हर रूट पर एक किराया निर्धारित किया जाएगा. किराए की जानकारी भी हर ऑटो स्टैंड पर उपलब्ध रहेगी, ताकि आने वाले लोगों से ज्यादा वसूली न हो सके. इसके अतिरिक्त नाविकों को भी एक रेट निर्धारित करके हर घाट से दूसरे घाट जाने के लिए निर्धारित रकम लेने के लिए कहा गया है. इसकी जानकारी भी मुख्य घाटों पर रेट लिस्ट के साथ चस्पा की जाएगी.

7 विभाग मिलकर करेंगे काम : वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि वाराणसी आने वाले लोगों को हर तरह की परेशानी से बचने के लिए नगर निगम जिला प्रशासन वाराणसी विकास प्राधिकरण समेत लगभग 7 विभाग मिलकर काम कर रहे हैं. पूरे शहर को सुंदर बनाने के लिए प्रयागराज वाले रूट को साफ सुथरा रखने के उद्देश्य से एक विशेष टीम तैयार की गई है. यह चार अलग-अलग रूप में काम करेगी.

इसमें साफ सफाई सुंदरीकरण, हरा-भरा रखने के लिए पेड़ों को लगाए जाने का काम और आने वाले यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रुकवाने की व्यवस्था कर अलग-अलग टीमों को जिम्मेदारियां दी गई है. एक विशेष कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है, जो कुंभ के दौरान आने वाले लोगों की परेशानियों को दूर करने के साथ ही साफ-सफाई से लेकर शहर में सीवर और अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का काम करेगा. इसकी निगरानी खुद वाराणसी के नगर आयुक्त और महापौर कर रहे हैं.

बनारस शहर की दीवारों गलियों को सुंदर दिखाने के लिए भी यहां पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. शहर की दीवारों पर कलात्मक चित्रकार न्यूरल आर्ट के जरिए इन्हें सुंदर बनाने का काम किया जा रहा है और लगभग 12 से 13 किलोमीटर के दायरे में दीवारों के सौंदर्यकरण के साथ सड़कों को दुरुस्त करने का काम भी किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें - प्रयागराज महाकुंभ; बनारस आने वाले श्रद्धालुओं को कैंट रेलवे स्टेशन पर मिलेगा शाकाहारी भोजन, ठहरने की भी मिलेगी सुविधा - BANARAS CANTT STATION FACILITY

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