प्रयागराज : सीएम योगी शनिवार को प्रयागराज में थे. इस दौरान उन्होंने अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां भी भारत की सनातन संस्कृति पहुंची है, वहां के लोगों ने इसे स्वीकार किया है, सम्मान दिया है. लाओस, कंबोडिया, थाईलैंड में जाइए तो लोग कहेंगे हमारे पूर्वज भगवान बुद्ध हैं, भगवान राम हैं. आप दुनिया के किसी भी देश में चले जाइए, लोग भारत की संस्कृति से जुड़ाव महसूस करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितना सकारात्मक माहौल होता है, उतनी ही चुनौतियां होती हैं. सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है. इसे हमें बचाकर रखना है. योगी आदित्यनाथ ने कहा 'महाकुंभ का संदेश एकता से ही अखंड रहेगा देश'. अगर भारत सुरक्षित रहेगा, तभी सनातन धर्म और हम सब सुरक्षित हैं. भारत सुरक्षित है तो हर संप्रदाय और पंथ सुरक्षित है. अगर भारत के पर कोई संकट आता है तो सनातन धर्म पर संकट आएगा. सनातन धर्म पर संकट आएगा तो भारत के अंदर कोई भी पंथ या संप्रदाय नहीं बचेगा. अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस करेगा. संकट की नौबत न आने पाए, इसके लिए एकता का संदेश दे रहा है महाकुंभ. अखंडता का संदेश महाकुंभ दे रहा है. इसी पवित्र भाव के साथ महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है.
यह ताकत है सनातन धर्म की और यही ताकत है हमारे पूज्य संतों की...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 25, 2025
यहां कोई जाति, कोई पंथ व संप्रदाय और नाम नहीं पूछता है... pic.twitter.com/KEojOQk4Ae
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि दुनिया में ऐसे कितने देश हैं, जो 45 करोड़ लोगों को अस्थाई शहर में आमंत्रित कर एकता का संदेश दे रहे हैं. यहां पर कोई भूखा नहीं सो सकता है. किसी भी अखाड़े में जाएंगे, किसी भी शिविर में जाएंगे, वहां पर 2 जून की रोटी जरूर मिलेगी. आसरा भी मिलेगा और प्रसाद भी प्राप्त हो जाएगा. यह सनातन धर्म ही दे सकता है. लाखों-करोड़ों लोग महाकुंभ में आ रहे हैं. कोई चिंता नहीं है. यहां कोई भूखा नहीं सो सकता. कहां सोना है? क्या खाना है? कैसे जाना है? कोई चिंता नहीं, बस उठाया बैग और पहुंचे गए स्नान करने महाकुंभ. यह है सनातन धर्म की ताकत. यहां कोई जाति नहीं पूछ रहा आपकी. कोई पंत और संप्रदाय नहीं पूछ रहा है. स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज के शिविर में ही अकेले 50 देशों के प्रतिनिधि रह रहे हैं. महाकुंभ में अलग-अलग तरह के धार्मिक आयोजन चल रहे हैं. वैदिक मंत्रों, जप और तप से पूरा महाकुंभ क्षेत्र दिव्य अनुभूति करा रहा है.
हमारे पंथ, संप्रदाय और उपासना विधियां भले ही अलग-अलग हों, लेकिन हमारा लक्ष्य सनातन धर्म के मूल्यों की रक्षा करते हुए भारत का सशक्तिकरण एवं 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' का निर्माण होना चाहिए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 25, 2025
आज तीर्थराज प्रयाग में पूज्य संत गण एवं धर्माचार्यों के सान्निध्य में विश्व हिन्दू परिषद… pic.twitter.com/XfSLLP6uuj
विराट विश्व हिंदू परिषद संत सम्मेलन में शामिल हुए सीएम योगी
महाकुंभ मेला क्षेत्र शनिवार को विश्व हिंदू परिषद की तरफ से विराट सन्त सम्मेलन का आयोजन हुआ. जिसमें सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए और वहां मौजूद संतों का आर्शीवाद लिया. कार्यक्रम में अपने संबोधन में योगी ने कहा कि, याद करिए 1980 के बाद जो भी कुंभ हुआ जो संकल्प लिया मूर्त रूप लिया. वे संकल्प पूरा हुआ. पिछले साल अयोध्या का 500वर्षो का इंतजार खत्म हुआ. अयोध्या में 2024 में 15 करोड़ श्रद्धलुओं ने दर्शन किये. अविरल गंगा का दर्शन हो रहे.
मेरी अपील है...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 25, 2025
सनातन धर्म को किसी संकीर्ण दायरे में कैद मत होने दीजिए, इसकी तुलना छोटे-छोटे बोर्ड से मत करिए, सनातन धर्म का स्वरूप बहुत विराट है... pic.twitter.com/dZzuJA7s9A
सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म की तुलना किसी से नहीं हो सकती. ये संदेश कुंभ के जरिए जाना चाहिए. एकता का संदेश जाना चाहिए. लाखों की संख्या में संत इस कुंभ में है. कुम्भ में सन्तों के माध्यम से अच्छा सन्देश जाना चाहिए. 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धलुओं का आगमन होने जा रहा है. ये कहीं नहीं हो सकता, बांटने वाले ताकतों से सावधान रहिये.