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अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा- काशी और मथुरा में भी बने भव्य मंदिर

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 31, 2024, 7:03 PM IST

बुधवार को मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया पहुंचे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के बाद अब काशी और मथुरा में भी भव्य मंदिर (Grand temples in Kashi and Mathura) बने.

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मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया

मथुरा: अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया ( Praveen Togadia in Mathura) बुधवार को धर्म नगरी वृंदावन पहुंचे. यहां उन्होंने भूरीवाला आश्रम में साधु संतों से आशीर्वाद लिया. मथुरा में प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर को लेकर कई साल से हजारों राम भक्त इंतजार कर रहे थे. अब वह इंतजार समाप्त हुआ है. मुझे 22 तारीख को ही दर्शन मिल गए, जबकि यह राम मंदिर 8 करोड़ लोगों की मेहनत के सवा रुपए से बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि राम मंदिर किसी एक व्यक्ति के रुपये से नहीं बना है. कोर्ट ने ज्ञानवापी में पूजा का आदेश दिया. इसका हम स्वागत करते हैं. इसी के साथ अब राम मंदिर के बाद काशी और मथुरा में भी जल्द भव्य मंदिर बने. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि भव्य राम मंदिर हिंदुओं की विजय का स्मारक है. इस मंदिर को बनाने के लिए 8 करोड़ हिंदुओं ने 1989 में सवा रुपया दिया था. इसलिए मंदिर किसी एक व्यक्ति के पैसे से नहीं 8 करोड़ हिंदुओं के सवा रुपए से बना है.

बुधवार को मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया पहुंचे.
मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया का स्वागत

हमने 1990 से 240 फीट बाय 120 फुट के भव्य मंदिर की डिजाइन बनवाकर पत्थर गाड़ने का काम शुरू किया था. 32 वर्षों में हमने 60 हजार घन फिट पत्थर लोगों से लिये गये रुपयों से मंगवाये. इस समय जो मंदिर बना है, उसमें 54 हजार घन फिट पत्थर उस 60 हजार घन फिट पत्थर में से लगा है. इसलिए कह सकते हैं कि यह मंदिर 8 करोड़ हिंदुओं के सवा रुपए से लाए गये 54 हजार घन फिट पत्थर से बना हुआ है. इसलिए मंदिर में 8 करोड़ हिंदुओं की मेहनत का पैसा लगा है.

प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि काशी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने भगवान काशी विश्वनाथ की ज्ञानव्यापी में पूजा शुरू करने का आदेश दिया है. अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद इस आदेश का स्वागत करती है. 1997 के पहले ज्ञानवापी में काशी विश्वनाथ की पूजा होती थी. न्यायालय ने यह पूजा शुरू करने का आदेश दिया है. हम आशा करते हैं कि अयोध्या के राम मंदिर की तरह काशी और मथुरा के भव्य मंदिर फिर से बने और हिंदुओं की श्रद्धा का भारत में सम्मान हो.

ये भी पढ़ें- ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाना में पूजा-पाठ का अधिकार मिला

मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया

मथुरा: अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया ( Praveen Togadia in Mathura) बुधवार को धर्म नगरी वृंदावन पहुंचे. यहां उन्होंने भूरीवाला आश्रम में साधु संतों से आशीर्वाद लिया. मथुरा में प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर को लेकर कई साल से हजारों राम भक्त इंतजार कर रहे थे. अब वह इंतजार समाप्त हुआ है. मुझे 22 तारीख को ही दर्शन मिल गए, जबकि यह राम मंदिर 8 करोड़ लोगों की मेहनत के सवा रुपए से बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि राम मंदिर किसी एक व्यक्ति के रुपये से नहीं बना है. कोर्ट ने ज्ञानवापी में पूजा का आदेश दिया. इसका हम स्वागत करते हैं. इसी के साथ अब राम मंदिर के बाद काशी और मथुरा में भी जल्द भव्य मंदिर बने. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि भव्य राम मंदिर हिंदुओं की विजय का स्मारक है. इस मंदिर को बनाने के लिए 8 करोड़ हिंदुओं ने 1989 में सवा रुपया दिया था. इसलिए मंदिर किसी एक व्यक्ति के पैसे से नहीं 8 करोड़ हिंदुओं के सवा रुपए से बना है.

बुधवार को मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया पहुंचे.
मथुरा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया का स्वागत

हमने 1990 से 240 फीट बाय 120 फुट के भव्य मंदिर की डिजाइन बनवाकर पत्थर गाड़ने का काम शुरू किया था. 32 वर्षों में हमने 60 हजार घन फिट पत्थर लोगों से लिये गये रुपयों से मंगवाये. इस समय जो मंदिर बना है, उसमें 54 हजार घन फिट पत्थर उस 60 हजार घन फिट पत्थर में से लगा है. इसलिए कह सकते हैं कि यह मंदिर 8 करोड़ हिंदुओं के सवा रुपए से लाए गये 54 हजार घन फिट पत्थर से बना हुआ है. इसलिए मंदिर में 8 करोड़ हिंदुओं की मेहनत का पैसा लगा है.

प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि काशी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने भगवान काशी विश्वनाथ की ज्ञानव्यापी में पूजा शुरू करने का आदेश दिया है. अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद इस आदेश का स्वागत करती है. 1997 के पहले ज्ञानवापी में काशी विश्वनाथ की पूजा होती थी. न्यायालय ने यह पूजा शुरू करने का आदेश दिया है. हम आशा करते हैं कि अयोध्या के राम मंदिर की तरह काशी और मथुरा के भव्य मंदिर फिर से बने और हिंदुओं की श्रद्धा का भारत में सम्मान हो.

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