गोड्डा: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गोड्डा लोकसभा सीट के लिए नॉमिनेशन किया जा रहा है. यहां पर मुख्य रूप से बीजेपी उम्मीदवार निशिकांत दुबे और कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप यादव के बीच में टक्कर मानी जा रही है. लेकिन निर्दलीय के रूप में नॉमिनेशन करने वाले अभिषेक झा के आने के बाद यहां का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. हालांकि इनके नॉमिनेशन फाइल करने के बाद कुछ ऐसी चीजें सामने आईं है जिससे निशिकांत दुबे या फिर इनमें से किसी एक का पर्चा खारिज हो सकता है.
गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के सभी अभ्यार्थियों का पर्चा भरे जा ने के बाद निर्वाची पदाधिकारी को कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव ने एक लिखित शिकायत की गई. उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा उम्मीदवार ने पोड़ैयाहाट थाना कांड संख्या 162/2009 और जसीडीह थाना कांड संख्या 2013/2019 को अपने घोषणा पत्र में छिपाया है. इसके अलावा भाजपा उम्मीदवार निशिकांत दुबे ने अपने घोषणा पत्र में अभिषेक आनंद झा से 1 करोड़ 20 लाख रुपए कर्ज लेने का जिक्र किया है, जबकि बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले अभिषेक आनंद झा ने अपने घोषणा पत्र में निशिकांत दुबे को पैसा देने का कोई जिक्र नहीं किया है जो जांच का विषय है.
कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की गई. इस बात की जानकारी कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश यादव ने दी है. इसके साथ ही इसकी लिखित शिकायत जिलाध्यक्ष निर्वाचन पदाधिकारी से की है.
वहीं, दूसरी ओर भाजपा की ओर प्रत्याशी निशिकांत दूबे के चुनाव एजेंट राजीव मेहता ने कहां कि जो भी आरोप कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से उनके जिलाध्यक्ष दिनेश यादव द्वारा लगाया गया है वो गुमराह करने वाला है. उन्होंने कहा कि जिन दो मामलों का जिक्र है वो उच्च न्यायालय के द्वारा क्रैश किया गया है. इसके साथ ही जिस 1 करोड़ 20 लाख रुपए के कर्ज की बात निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक आनंद झा से की जा रही है अगर अभिषेक आनंद झा ने अपने हलफनामे में उसका जिक्र नहीं किया है तो ये उनसे पूछा जाना चाहिए.
बीजेपी नेता ने कहा कि स्क्रूटनी के बाद इस तरह के आरोप गुमराह करने वाले हैं और इसे लेकर प्रशासन को दिग्भ्रमित किया जा सकता है. इसी के मद्देनजर इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की है. इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष उपाध्यक्ष अजय साह और प्रीतम गाड़िया मौजूद रहे. अब इस बात कि चर्चा जोरों पर है कि क्या है एक करोड़ बीस लाख का कनेक्शन. क्योंकि जिसने लिया है वो बता रहा है और जिसने दिया है वो छिपा रहा है.
ये भी पढ़ें: