कोरबा: 1 महीने तक चले पोषण माह का 30 सितंबर को समापन हुआ. कलेक्ट्रेट स्थित सभा कक्ष में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री के वर्चुअल कार्यक्रम को भी सुना गया. जिसमें कोरबा जिले को 700 सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र भी मिले हैं. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन के साथ ही कलेक्टर और अलग अलग विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. समापन अवसर पर बच्चों को तिलक चंदन लगाकर खीर खिलाया गया. साथ ही पोषण माह के दौरान अच्छा काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया.
सुपोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराएं : इस अवसर पर मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि शासकीय योजना के क्रियान्वयन के साथ ही जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं, किशोरियों, बच्चों के लिए सुपोषण युक्त आहार उपलब्ध कराया गया. पोषण माह जैसे कार्यक्रम जिले में संचालित होते रहने चाहिए. इसके साथ ही स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए.जिला खनिज संस्थान न्यास मद के माध्यम से कोरबा जिले को विकसित करने के साथ ही सजाने व संवारने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है. डीएमएफ मद से जिले के जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूल, छात्रावास एवं स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण कराया जा रहा है.
बच्चों का अन्नप्राशन और कर्मचारियों को इनाम : पोषण माह में उत्कृष्ट काम करने वाले पर्यवेक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया. इस दौरान मंत्री देवांगन ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को सुपोषित छत्तीसगढ़ बनाने की सामूहिक शपथ दिलाई. उन्होंने नौनिहाल बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया.
कुपोषण दूर करने पूरे महीने चलाए गए कार्यक्रम : महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश ने बताया कि 1 से लेकर 30 सितंबर तक केंद्र सरकार की तरफ से निर्धारित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया गया. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें 6 थीम को ध्यान में रखा गया था. बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए कार्यक्रम चलाए गए थे. एनीमिया और कमजोरी जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए सभी विभागों ने मिलकर काम किया है.