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पॉलिटेक्निक परीक्षा में बड़ा बदलाव, पहली बार हेड एग्जामिनर की निगरानी में जांची जाएंगी आंसर शीट्स

प्राविधिक शिक्षा परिषद ने पॉलिटेक्निक के सेमेस्टर परीक्षा (Polytechnic Semester Exam) की उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है. पहली बार प्रदेश में सभी जिलों में मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं. पूरे प्रदेश में 82 केंद्र बनाए गए हैं, जहां 9 लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं की जांच होगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 17, 2024, 5:05 PM IST

लखनऊ: प्राविधिक शिक्षा परिषद (UP Technical Education Council) ने पॉलिटेक्निक के सेमेस्टर परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन (Polytechnic Semester Exam Answer Sheets Evaluation) को लेकर बड़ा बदलाव किया है. मूल्यांकन प्रक्रिया कुछ जल्दी पूरा करने और मूल्यांकन में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए अपने पूरे सिस्टम में ही बदलाव कर दिया है. परिषद ने पहली बार पॉलिटेक्निक में हर विषय के लिए हेड एग्जामिनर की नियुक्ति की है. अन्य हेड एग्जामिनर की निगरानी में सभी विषयों के कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा.

इतना ही नहीं परिषद ने पहली बार मूल्यांकन के लिए सभी परीक्षा को आंसर-की भी जारी किया है. इस आंसर की में परीक्षकों को एक नंबर के सवालों के जवाब के साथ ही न्यूमेरिकल्स और लघु प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं. इसी आंसर की के आधार पर सभी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना तय हुआ है. प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज के आदेश के बाद प्रादेशिक सचिव ने मूल्यांकन की प्रक्रिया में पूरी तरह से बदलाव कर उसे लागू कर दिया है.

पहले 32 केंद्रों पर होता था मूल्यांकन, अब 82 सेंटर पर होगा: प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एसके मिश्रा ने बताया कि प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा ने पॉलिटेक्निक के सेमेस्टर एग्जाम के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन प्रक्रिया को 10 दिन में समाप्त करने के निर्देश दिए हैं. इसी को देखते हुए प्रदेश में पहली बार मूल्यांकन केंद्रों की संख्या बढ़ोतरी की गई है. बीते सेमेस्टर तक प्रदेश में कुल 32 मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होती थी. पर इस बार प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक मूल्यांकन केंद्र बनाने के साथ ही लखनऊ, मेरठ जैसे बड़े जिलों में तीन-तीन मूल्यांकन केंद्र भी बनाए गए हैं.

इस बार प्रदेश में कुल 82 मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होगी. सचिव ने बताया कि इन सभी केंद्रों पर करीब 9 लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है. इसके अलावा सभी राजकीय व सहायता प्राप्त पॉलिटेक्निक के शिक्षकों को इस बार मूल्यांकन कार्य में लगाया गया है. उन्होंने बताया कि हमारी कोशिश है कि 29 फरवरी तक परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाए.

हेड एग्जामिनर 10% कॉपियों की औचक जांच करेंगे: सचिन ने बताया कि पहली बार मूल्यांकन में यह व्यवस्था किया गया है कि हर विषय के हेड एग्जामिनर को प्रतिदिन निर्धारित का उपयोग की मूल्यांकन की जिम्मेदारी दी जाएगी. सभी कॉपियां हेड एग्जामिनर को अलॉट होंगे उसके बाद सिर एग्जामिनर अपने अंदर नियुक्त सभी एग्जामिनर को कॉपियां आवंटित करेगा.

हर दिन मूल्यांकन होने के बाद हेड एग्जामिनर अपनी टीम द्वारा जांचे गए सभी कॉपियों में से न्यूनतम 5% और अधिकतम 10% कॉपियों की औचक जांच अपने स्तर से करेगा. हेड एग्जामिनर द्वारा जिन कॉपियों की औचक जांच किया जाएगा है, उसका पूरा रिकॉर्ड दर्ज कर विभाग को भेजना होगा. जिससे यह पता लग सकेगा की एग्जाम में जिन कॉपियों की जांच की है वह सही है या नहीं.

उत्तर पुस्तिका में मोबाइल नंबर लिखा हो तो मिलेगा जीरो नंबर: प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एसके मिश्रा ने बताया कि बीते सेमेस्टर एग्जाम की उत्तर पुस्तिकाओं में बिजनौर जिले में एक गंभीर मामला सामने आया था, जिसमें मूल्यांकन करने वाले परीक्षक ने छात्रा को वीडियो कॉल की थी. उसकी कॉपी का वीडियो दिखाकर उससे रुपयों की डिमांड की गयी थी. मीडिया में मामला प्रकाश में आने के बाद इस मामले में शामिल बिजनौर जिले में बने परीक्षा केंद्र पर तैनात प्रिंसिपल और तीन परीक्षकों पर कार्रवाई की गई थी.

सचिन ने बताया कि ऐसी घटना भविष्य में दोबारा न हो, इसलिए सभी परीक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर किसी कॉपी में अगर मोबाइल नंबर लिख हुआ मिलता है. तो उस कॉपी का मूल्यांकन न करें और उस कॉपी को अलग हटा दें. उसे कॉपी को जीरो नंबर देकर रिजल्ट जारी किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- बच्ची को आया सपना, परिजन समझ रहे थे मजाक, खोदाई की तो निकली भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति

लखनऊ: प्राविधिक शिक्षा परिषद (UP Technical Education Council) ने पॉलिटेक्निक के सेमेस्टर परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन (Polytechnic Semester Exam Answer Sheets Evaluation) को लेकर बड़ा बदलाव किया है. मूल्यांकन प्रक्रिया कुछ जल्दी पूरा करने और मूल्यांकन में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए अपने पूरे सिस्टम में ही बदलाव कर दिया है. परिषद ने पहली बार पॉलिटेक्निक में हर विषय के लिए हेड एग्जामिनर की नियुक्ति की है. अन्य हेड एग्जामिनर की निगरानी में सभी विषयों के कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा.

इतना ही नहीं परिषद ने पहली बार मूल्यांकन के लिए सभी परीक्षा को आंसर-की भी जारी किया है. इस आंसर की में परीक्षकों को एक नंबर के सवालों के जवाब के साथ ही न्यूमेरिकल्स और लघु प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं. इसी आंसर की के आधार पर सभी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना तय हुआ है. प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज के आदेश के बाद प्रादेशिक सचिव ने मूल्यांकन की प्रक्रिया में पूरी तरह से बदलाव कर उसे लागू कर दिया है.

पहले 32 केंद्रों पर होता था मूल्यांकन, अब 82 सेंटर पर होगा: प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एसके मिश्रा ने बताया कि प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा ने पॉलिटेक्निक के सेमेस्टर एग्जाम के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन प्रक्रिया को 10 दिन में समाप्त करने के निर्देश दिए हैं. इसी को देखते हुए प्रदेश में पहली बार मूल्यांकन केंद्रों की संख्या बढ़ोतरी की गई है. बीते सेमेस्टर तक प्रदेश में कुल 32 मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होती थी. पर इस बार प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक मूल्यांकन केंद्र बनाने के साथ ही लखनऊ, मेरठ जैसे बड़े जिलों में तीन-तीन मूल्यांकन केंद्र भी बनाए गए हैं.

इस बार प्रदेश में कुल 82 मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होगी. सचिव ने बताया कि इन सभी केंद्रों पर करीब 9 लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है. इसके अलावा सभी राजकीय व सहायता प्राप्त पॉलिटेक्निक के शिक्षकों को इस बार मूल्यांकन कार्य में लगाया गया है. उन्होंने बताया कि हमारी कोशिश है कि 29 फरवरी तक परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाए.

हेड एग्जामिनर 10% कॉपियों की औचक जांच करेंगे: सचिन ने बताया कि पहली बार मूल्यांकन में यह व्यवस्था किया गया है कि हर विषय के हेड एग्जामिनर को प्रतिदिन निर्धारित का उपयोग की मूल्यांकन की जिम्मेदारी दी जाएगी. सभी कॉपियां हेड एग्जामिनर को अलॉट होंगे उसके बाद सिर एग्जामिनर अपने अंदर नियुक्त सभी एग्जामिनर को कॉपियां आवंटित करेगा.

हर दिन मूल्यांकन होने के बाद हेड एग्जामिनर अपनी टीम द्वारा जांचे गए सभी कॉपियों में से न्यूनतम 5% और अधिकतम 10% कॉपियों की औचक जांच अपने स्तर से करेगा. हेड एग्जामिनर द्वारा जिन कॉपियों की औचक जांच किया जाएगा है, उसका पूरा रिकॉर्ड दर्ज कर विभाग को भेजना होगा. जिससे यह पता लग सकेगा की एग्जाम में जिन कॉपियों की जांच की है वह सही है या नहीं.

उत्तर पुस्तिका में मोबाइल नंबर लिखा हो तो मिलेगा जीरो नंबर: प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एसके मिश्रा ने बताया कि बीते सेमेस्टर एग्जाम की उत्तर पुस्तिकाओं में बिजनौर जिले में एक गंभीर मामला सामने आया था, जिसमें मूल्यांकन करने वाले परीक्षक ने छात्रा को वीडियो कॉल की थी. उसकी कॉपी का वीडियो दिखाकर उससे रुपयों की डिमांड की गयी थी. मीडिया में मामला प्रकाश में आने के बाद इस मामले में शामिल बिजनौर जिले में बने परीक्षा केंद्र पर तैनात प्रिंसिपल और तीन परीक्षकों पर कार्रवाई की गई थी.

सचिन ने बताया कि ऐसी घटना भविष्य में दोबारा न हो, इसलिए सभी परीक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर किसी कॉपी में अगर मोबाइल नंबर लिख हुआ मिलता है. तो उस कॉपी का मूल्यांकन न करें और उस कॉपी को अलग हटा दें. उसे कॉपी को जीरो नंबर देकर रिजल्ट जारी किया जाएगा.

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