लोहरदगा: नक्सलियों के गढ़ में चुनाव को लेकर प्रशासन तैयार है. पुलिस कमर कर चुकी है. मतदाता अपने चहेते प्रत्याशी के पक्ष में मतदान के लिए उत्साहित हैं. अगले 24 घंटे प्रत्याशियों के लिए इंतजार और मतदाताओं के लिए फैसले की घड़ी है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांतिपूर्ण और सुरक्षित मतदान को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी है. मतदानकर्मियों को उनके मतदान केंद्र के लिए रवाना कर दिया गया है.
14 लाख मतदाता के सामने 15 प्रत्याशी
लोहरदगा लोकसभा सीट को लेकर स्थिति बेहद रोमांचक है. लोहरदगा लोकसभा सीट में 14 लाख 37018 मतदाता इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इन मतदाताओं के समक्ष कुल 15 प्रत्याशी हैं. जिसमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात सुरक्षित और भयमुक्त मतदान की है. लोहरदगा और गुमला जिला पहाड़ी और जंगली इलाकों से घिरा हुआ है. यहां पर कभी नक्सलियों का वर्चस्व हुआ करता था. आज नक्सलवाद कम हुआ है, परंतु चुनौतियां कम नहीं हैं. प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं.
मतदानकर्मी किए गए रवाना
लोहरदगा लोकसभा सीट पर 13 मई को होने वाले मतदान को लेकर रविवार को मतदानकर्मियों को उनके मतदान केंद्र के लिए रवाना कर दिया गया. इससे पहले शनिवार को सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों के लिए मतदानकर्मियों को रवाना किया गया था. रविवार को खुद लोहरदगा उपायुक्त डॉक्टर वाघमारे प्रसाद कृष्ण, लोहरदगा एसपी हारिस बिन जमां ने समाहरणालय परिसर में मौजूद रहकर मतदान कर्मियों को आवश्यक निर्देश देते हुए रवाना किया.
लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 324 सहित लोहरदगा जिला के कुल 428 मतदान केंद्र के लिए मतदानकर्मियों को रवाना किया गया है. डीसी और एसपी ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि वह मतदान जरूर करें और अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करें. डीसी और एसपी ने मतदानकर्मियों को चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करने को कहा. साथ ही निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान को लेकर जरूरी निर्देश भी दिए हैं. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान कर्मियों को उनके मतदान केंद्र के लिए भेजा गया है.
चाईबासा में जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने लोकसभा निर्वाचन को लेकर जानकारी दी. जिला उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार शाम 5 बजे के बाद से साइलेंस पीरियड जिले में लागू कर दिया गया है. जिसमें राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों के द्वारा पूर्ण रूप से प्रचार प्रसार करने पर रोक लगा दी गई है. जिले के अनुमंडल क्षेत्र में प्रतिबंधित शर्तों के साथ धारा 144 लागू की गई है.
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने जानकारी दी कि जिले में 13 मई को मतदान केंद्रों में मतदान किया जाना है. उसके लेकर जिले में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई है. जिले में 524 मतदान केंद्र नक्सली दृष्टिकोण से प्रभावित हैं. इस बार कई नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कैंप स्थापित होने के उपरांत पहली बार मतदान किया जाएगा. केंद्रीय रिजर्व बल के 168 बटालियन की प्रतिनियुक्ति की गई है. सिंहभूम संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1715 मतदान केंद्र है. जिसमें कुल 877 अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्र की संख्या 838 हैं.
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