रांचीः असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने चंपाई सोरेन को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिससे यहां की राजनीति गरमा गई है. रांची में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने खुले तौर पर कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से चाहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भाजपा में आएं. उनके भाजपा में आने से पार्टी को ताकत मिलेगी लेकिन वह एक बड़े नेता हैं. जहां तक उनके दिल्ली जाने की बात है तो हो सकता है वो बातचीत की कोशिश कर रहे हों. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 5-6 माह से वह चंपाई सोरेन के टच में हैं लेकिन उनसे राजनीतिक मसले पर बातचीत नहीं होती है वैसे अब समय आ गया है कि उनको लेकर राजनीतिक बात होनी चाहिए.
दरअसल, 20 अगस्त को चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर कहा था कि मुख्यमंत्री रहते उनको अपमानित किया गया है. इसलिए वह तीन विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों संन्यास लेने वाले विकल्प को खारिज कर दिया था. अब उनके पास अलग संगठन बनाने या किसी साथी के साथ जुड़ने का विकल्प बचा है. उनकी घोषणा का डेडलाइन 27 अगस्त को पूरा हो रहा है. इस बीच उनके दिल्ली जाने से कयासों का बाजार फिर गर्म हो गया है. ऊपर से झारखंड में भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने चंपाई सोरेन को लेकर बड़ी बात कह दी है.
एक खास बात और है कि 20 अगस्त से 25 अगस्त की शाम तक कोल्हान में घूम-घूमकर चंपाई सोरेन अपने समर्थकों का मिजाज टटोल रहे थे. कई बार कह चुके हैं कि झामुमो में लौटने का कोई मतलब नहीं रहा है. हालांकि उनके इस बागी रुख के बावजूद झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से खुले तौर पर कोई प्रतिक्रिया अब तक नहीं दी गई है.
'हेमंत बुलाएं ऑल पार्टी मीटिंग'
चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ सबसे बड़ा मामला है. अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मसले का समाधान करने को तैयार हैं तो उन्हें ऑल पार्टी मीटिंग बुलानी चाहिए. इस मसले पर भाजपा उनके नेतृत्व के लिए भी तैयार है. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि वह झारखंड में नेता बनने नहीं आए हैं, उनके लिए देश पहले आता है उसके बाद पार्टी.
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