गोड्डा: गोड्डा लोकसभा के सरैया हाट थाना क्षेत्र के बारीडीह में चुनाव प्रचार के दौरान आदिवासी युवक पर कथित हमले को लेकर राजनीति गरमा गई है. इसे लेकर भाजपा और झामुमो की ओर से बयानबाजी शुरू हो गई है.
दरअसल, दो दिन पहले सांसद निशिकांत दुबे बारीडीह गांव में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क अभियान पर थे. इस दौरान आरोप है कि एक युवक जिसका नाम अजय मुर्मू बताया जा रहा है, उसने निशिकांत दुबे से पूछा कि सांसद 1932 के खतियान का विरोध क्यों कर रहे हैं. इसके बाद सांसद के साथ गए लोगों ने अजय मुर्मू की पिटाई शुरू कर दी. इस मामले को लेकर थाने में आवेदन भी दिया गया है, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. इस पूरे मामले को लेकर राजनीति गरमा गई है.
कार्यकर्ताओं को कुछ नहीं होगा- निशिकांत दुबे
मामले को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की बात कही थी, लेकिन फिलहाल उन्होंने इसे वापस ले लिया है. इस पूरे मामले पर निशिकांत दुबे ने कहा कि जब तक मोदी की सरकार है और उनके सांसद निशिकांत दुबे हैं, उनके कार्यकर्ताओं को कुछ नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि उन्होंने एसपी से बात की है और उन्हें बताया गया है कि वीडियो में कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर प्रदीप यादव अपना अनशन वापस नहीं लेते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यह उनकी और भाजपा की जीत है.
राजव्यापी आंदोलन की चेतावनी
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता हेमलाल मुर्मू ने कहा कि एक तरफ मोदी जी कहते हैं कि वे आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा की गारंटी देते हैं लेकिन उनके सांसद जो तीन बार से गोड्डा लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वे अपने लोगों से आदिवासी युवक की पिटाई करवाते हैं. पीड़ित अजय मुर्मू पर नशे का आदी होने का आरोप लगाया गया है जबकि वे ऐसी चीजों का सेवन नहीं करते हैं. अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो राज्यव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर और मध्य प्रदेश में युवक पर पेशाब करने के बाद इस घटना ने आदिवासियों के प्रति भाजपा के चरित्र को उजागर कर दिया है.