रायपुर: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है. बस्तर लोकसभा सीट पर इस दिन वोटिंग होगी. बस्तर के सियासी संग्राम से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक नए मुद्दे पर लड़ाई तेज हो गई है. बीते दिनों राजनांदगांव से कांग्रेस के प्रत्याशी भूपेश बघेल ने ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी. बघेल की इसी मांग पर बीजेपी ने हमला किया है और उन पर मानसिक रूप से हार स्वीकार करने का आरोप लगा दिया है.
भूपेश बघेल हार रहे इसलिए कर रहे बैलेट की बात: बीजेपी ने शुक्रवार को रायपुर एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने कहा कि भूपेश बघेल ने मानसिक रूप से अपनी हार स्वीकार कर ली है. इसलिए EVM के बजाय वैलेट पेपर से लोकसभा चुनाव कराने की बात कह रहे हैं.
"छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का सबसे बड़ा नेता अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को नामांकन फार्म दाखिल करने के लिए कह रहा है. भूपेश बघेल ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उनकी हार तय है.कांग्रेस पार्टी बहुत पुरानी पार्टी है. इस राजनीतिक दल में पहले बहुत अच्छे लोग हुआ करते थे, लेकिन अब ये पार्टी छोड़ रहे हैं. साल 2018 में जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई थी उस समय कांग्रेस के सबसे बड़े राजनेता भूपेश बघेल थे. लेकिन वह अब मैं के भाव से पीड़ित हैं. राजनीति में सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का सिद्धांत लागू होता है, लेकिन भूपेश बघेल ने हमेशा मैं और मेरा के सिद्धांत पर राजनीति की है.": केदार गुप्ता, प्रवक्ता, छत्तीसगढ़ बीजेपी
बस्तर के चुनावी रण में 'दूल्हा दुल्हन और लखमा': छत्तीसगढ़ बीजेपी एसटी मोर्चा के अध्यक्ष विकास मरकाम ने कवासी लखमा पर अटैक किया. उन्होंने कहा कि "गुरुवार को बस्तर के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने बयान दिया कि मैं अपने बेटे के लिए दुल्हन मांगने गया था लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने मुझे ही दूल्हा बना दिया"
"कवासी लखमा के दूल्हा दुल्हन वाले बयान से पूरे बस्तर क्षेत्र की जनता का अपमान हुआ है. भारतीय जनता पार्टी जन प्रतिनिधियों को सेवा का माध्यम मानती है. लेकिन कवासी लखमा दूल्हा और दुल्हन पर उतर आए. कवासी लखमा के इस बयान से पूरे क्षेत्र की जनता का अपमान हुआ है. सेवा का भाव इन कांग्रेस के नेता में नहीं दिखता है. बस्तर में अपनी हार को देखकर कवासी लखमा का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. कांग्रेस के बड़े नेता ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. सभी बड़े नेता ने बयान जारी करके खुद को टिकट नहीं देने की मांग की थी": विकास मरकाम, छत्तीसगढ़ बीजेपी एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष
बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. अब देखना होगा कि बैलेट पेपर वाले मुद्दे पर भूपेश बघेल क्या कहते हैं. दूसरी तरफ कवासी लखमा पर जो आरोप बीजेपी ने लगाया है उस पर लखमा क्या बयान देते हैं.