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वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट: गठबंधन का भरोसा पुराना चेहरा, BJP का नये चेहरे पर दांव, जानिये पश्चिमी दिल्ली का चुनावी हाल

West Delhi Loksabha Seat: पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर बीते 10 साल से बीजेपी का कब्जा है. जबकि 2009 में ये सीट कांग्रेस के पाले में आई थी. इस सीट पर जाट, गुर्जर मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है. विकासपुरी, तिलक नगर, जनकपुरी जैसे इलाकों में पंजाबी वोटर्स का दबदबा है. जीत के समीकरण किसके पक्ष में बन रहे हैं ये समझने के लिए पहले समझना होगा वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट का पॉलिटिकल बैकग्राउंड.

West Delhi Loksabha Sea
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 21, 2024, 9:57 AM IST

Updated : Mar 21, 2024, 11:55 AM IST

नई दिल्लीः लोकसभा चुनावों का बिगुल बज गया है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी साथ-साथ तो बीजेपी अकेले ही चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. वेस्ट(पश्चिमी) दिल्ली की बात करें तो यहां का सियासी गणित बाकी सीटों की तुलना में एक दम अलग है. पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी ने महिला मतदाताओं को साधने के लिए जाट महिला उम्मीदवार कमलजीत सहरावत को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, गठबंधन के उम्मीदवार महाबल मिश्रा चुनावी बैटल की तैयारी कर रहे हैं. वेस्ट दिल्ली सीट के सियासी समीकरणों को समझने के लिए इस सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि को समझना जरूरी है.

वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर स्पेशल रिपोर्ट

2008 में अस्तित्व में आई वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट

साल 2008 में परिसीमन के बाद पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट अस्तित्व में आई. इस लोकसभा क्षेत्र में 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिसमें जनकपुरी, तिलक नगर, सुभाष नगर, राजौरी गार्डन, मदीपुर, हरिनगर, उत्तम नगर, द्वारका, नजफगढ़ और विकास पुरी शामिल हैं. साल 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ. कांग्रेस से महाबल मिश्रा यहां पर उम्मीवार थे. लोगों ने उन्हें सांसद चुना था. उन्हें 4,79,899 वोट मिले थे. जबकि उनके प्रतिद्वंदी बीजेपी के उम्मीदवार प्रोफेसर जगदीश मुखी को 3,50,889 वोट मिले थे. कुल 52 प्रतिशत वोट मिले थे. वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को लोगों ने सांसद चुना. 2014 में प्रवेश वर्मा ने 2,68,586 अधिक मत हासिल कर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जरनैल सिंह को हराया था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने 5,78,486 वोट अधिक हासिल कर अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार महाबल मिश्रा को हराया था. साल 2009 के लोकसभा के चुनाव में महाबल मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था. लोगों ने उन्हें अपना सांसद चुना था. महाबल मिश्रा बिहार के हैं. बड़ी संख्या में प्रवासी मतदाता भी इस लोकसभा क्षेत्र में रहते हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के एक साथ आने से इस बार कांटे की टक्कर होगी.

2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
बीजेपी ने मैदान में महिला उम्मीदवार को उतारा
2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से पिछले दो बार से सांसद चुने जा रहे प्रवेश वर्मा का टिकट काटकर इस बार महिला उम्मीदवार कमलजीत सहरावत पर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है. कमलजीत सहरावत जाट नेता हैं. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत बड़ी संख्या में जाट और गुर्जर मतदाता हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में सिख मतदाता भी है. कमलजीत बीजेपी के महिला विंग से जुड़ी रही हैं. इस सीट पर करीब 11,61717 महिला मतदाता हैं. उत्तम नगर में जन्मी और द्वारका में रहने वाली कमलजीत मतदाओं के बीच हमेशा बेटी और बहू की तरह पेश आती हैं. वो यह भी बताती हैं कि आम लोगों के लिए वह हमेशा हाजिर रहने वाली हैं. बीजेपी ने महिला और जाट वोटरों को साधने के लिए कमलजीत सहरावत पर दांव खेला है. क्योंकि इंडिया गठबंधन की तरफ से पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से महाबल मिश्रा हैं. जो 2009 में इस सीट से सांसद भी रह चुके हैं.
2019 लोकसभा चुनाव में किसके पाले में कितने वोट?
2019 लोकसभा चुनाव में किसके पाले में कितने वोट?

ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024: पूर्वी दिल्ली सीट पर सिख और मुस्लिम मतदाता तय करते हैं उम्मीदवार की किस्मत, जानें पूरा सियासी गणित

इन समीकरणों पर होगी कांटे की टक्कर
बीजेपी पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर पिछले दो बार से चुनाव जीतती आ रही है. हालांकि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 10 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायक हैं. इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी महाबल मिश्रा 2009 में यहां से सांसद चुने गए थे. फिलहाल वह कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है. महाबल मिश्रा की इस सीट पर पहले से पकड़ है. वह मूलतः बिहार के रहने वाले हैं. पश्चिमी दिल्ली में बड़ी संख्या में बिहार के लोग भी रहते हैं. ऐसे में वह क्षेत्रीय वोटरों को भी साधने में कामयाब होंगे. इस सीट पर सभी पार्टियों ने वोटरों को साधने के लिए अलग अलग दांव चले हैं. इस बार मुकाबला कांटे का होगा.

2024 में कुल मतदाता
2024 में कुल मतदाता

ये भी पढ़ें- चुनाव आयोग का सख्त निर्देश: तुरंत हटाएं राजनीतिक दलों के अवैध पोस्टर-बैनर

नई दिल्लीः लोकसभा चुनावों का बिगुल बज गया है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी साथ-साथ तो बीजेपी अकेले ही चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. वेस्ट(पश्चिमी) दिल्ली की बात करें तो यहां का सियासी गणित बाकी सीटों की तुलना में एक दम अलग है. पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी ने महिला मतदाताओं को साधने के लिए जाट महिला उम्मीदवार कमलजीत सहरावत को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, गठबंधन के उम्मीदवार महाबल मिश्रा चुनावी बैटल की तैयारी कर रहे हैं. वेस्ट दिल्ली सीट के सियासी समीकरणों को समझने के लिए इस सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि को समझना जरूरी है.

वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर स्पेशल रिपोर्ट

2008 में अस्तित्व में आई वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट

साल 2008 में परिसीमन के बाद पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट अस्तित्व में आई. इस लोकसभा क्षेत्र में 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिसमें जनकपुरी, तिलक नगर, सुभाष नगर, राजौरी गार्डन, मदीपुर, हरिनगर, उत्तम नगर, द्वारका, नजफगढ़ और विकास पुरी शामिल हैं. साल 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ. कांग्रेस से महाबल मिश्रा यहां पर उम्मीवार थे. लोगों ने उन्हें सांसद चुना था. उन्हें 4,79,899 वोट मिले थे. जबकि उनके प्रतिद्वंदी बीजेपी के उम्मीदवार प्रोफेसर जगदीश मुखी को 3,50,889 वोट मिले थे. कुल 52 प्रतिशत वोट मिले थे. वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को लोगों ने सांसद चुना. 2014 में प्रवेश वर्मा ने 2,68,586 अधिक मत हासिल कर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जरनैल सिंह को हराया था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने 5,78,486 वोट अधिक हासिल कर अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार महाबल मिश्रा को हराया था. साल 2009 के लोकसभा के चुनाव में महाबल मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था. लोगों ने उन्हें अपना सांसद चुना था. महाबल मिश्रा बिहार के हैं. बड़ी संख्या में प्रवासी मतदाता भी इस लोकसभा क्षेत्र में रहते हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के एक साथ आने से इस बार कांटे की टक्कर होगी.

2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
बीजेपी ने मैदान में महिला उम्मीदवार को उतारा
2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
2014 के लोकसभा चुनाव में किसको-कितने वोट?
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से पिछले दो बार से सांसद चुने जा रहे प्रवेश वर्मा का टिकट काटकर इस बार महिला उम्मीदवार कमलजीत सहरावत पर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है. कमलजीत सहरावत जाट नेता हैं. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत बड़ी संख्या में जाट और गुर्जर मतदाता हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में सिख मतदाता भी है. कमलजीत बीजेपी के महिला विंग से जुड़ी रही हैं. इस सीट पर करीब 11,61717 महिला मतदाता हैं. उत्तम नगर में जन्मी और द्वारका में रहने वाली कमलजीत मतदाओं के बीच हमेशा बेटी और बहू की तरह पेश आती हैं. वो यह भी बताती हैं कि आम लोगों के लिए वह हमेशा हाजिर रहने वाली हैं. बीजेपी ने महिला और जाट वोटरों को साधने के लिए कमलजीत सहरावत पर दांव खेला है. क्योंकि इंडिया गठबंधन की तरफ से पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से महाबल मिश्रा हैं. जो 2009 में इस सीट से सांसद भी रह चुके हैं.
2019 लोकसभा चुनाव में किसके पाले में कितने वोट?
2019 लोकसभा चुनाव में किसके पाले में कितने वोट?

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इन समीकरणों पर होगी कांटे की टक्कर
बीजेपी पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर पिछले दो बार से चुनाव जीतती आ रही है. हालांकि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी 10 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायक हैं. इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी महाबल मिश्रा 2009 में यहां से सांसद चुने गए थे. फिलहाल वह कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है. महाबल मिश्रा की इस सीट पर पहले से पकड़ है. वह मूलतः बिहार के रहने वाले हैं. पश्चिमी दिल्ली में बड़ी संख्या में बिहार के लोग भी रहते हैं. ऐसे में वह क्षेत्रीय वोटरों को भी साधने में कामयाब होंगे. इस सीट पर सभी पार्टियों ने वोटरों को साधने के लिए अलग अलग दांव चले हैं. इस बार मुकाबला कांटे का होगा.

2024 में कुल मतदाता
2024 में कुल मतदाता

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Last Updated : Mar 21, 2024, 11:55 AM IST
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