पलामूः जिले में पुलिस की तीसरी आंख को मजबूत किया जाएगा. तीसरी आंख के माध्यम से पुलिस निगरानी रखेगी और आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसेगी. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के सभी इलाकों को सीसीटीवी से लैश करने की तैयारी है. पहले चरण में मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र के टीओपी 1 के इलाके में सीसीटीवी लगाया जा रहा है, करीब 30 लोकेशन को चिन्हित किया गया है, जहां सीसीसीटीवी लगाया जाना है. पलामू जिला प्रशासन ने पूरे मामले में पहल करते हुए सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है. शहर के सभी इलाकों में हाई रेजोल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरा लगाया जाना है. इसके माध्यम से हाई स्पीड गाड़ी का भी नंबर पता चल जाएगा.
कुछ वर्ष पहले पुलिस की पहल पर मेदिनीनगर के छह मुहान, कचहरी चौक, रेडमा चौक, बैरिया चौक के इलाके में सीसीटीवी लगाया गया था. कुछ महीनों के बाद कई सीसीटीवी ने काम करना बंद कर दिया था. सिर्फ रेडमा चौक के इलाके का सीसीटीवी कार्य कर रहा था. मेदिनीनगर के अधिकांश इलाकों में सीसीटीवी कैमरा नहीं है, जिससे आपराधिक घटनाओं के उद्भेदन के दौरान पुलिस को मदद मिल सके. शहर में शाहपुर, बिस्फुटा, रेडमा, पांकी रोड से दाखिल होते हैं एवं बाहर निकलते है. इन इलाकों में सीसीटीवी मौजूद नहीं है.
हाल के दिनों में हुई है कई बड़ी चोरी की घटनाएं, महत्वपूर्ण है टीओपी 2 और 3
पलामू प्रमंडल एक मुख्यालय मेदिनीनगर में हाल के दिनों में कई बड़ी चोरी की घटनाएं हुई हैं. अधिकतर चोरी की घटनाएं टीओपी -2 और टीओपी 2 के इलाके में हुई हैं. मेदिनीनगर शहर की आबादी करीब डेढ़ लाख है. टीओपी 1 के इलाके में पूरा बाजार क्षेत्र है, जबकि टीओपी 2 एवं 3 के इलाके में वीआईपी माना जाता है. यह इलाका शहर का एंट्री और एग्जिट प्वाइंट है. इलाके में कई बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं. चोरी की घटनाओं के बाद पुलिस को सीसीटीवी के माध्यम से उद्भेदन करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था.
शहर में सीसीटीवी कैमरा लगाने का प्लान तैयार किया गया है, एक कंट्रोल रूम भी बनाया जाना है. जिला प्रशासन के साथ मिलकर प्रारंभिक कार्य शुरू हुए हैं. सीसीटीवी लगने से काफी फायदे होंगे, अपराध के नियंत्रण के साथ-साथ पूरे इलाके पर निगरानी होगी. आपराधिक घटनाओं को उद्भेदन में सीसीटीवी के माध्यम से काफी मदद मिलती है. - रीष्मा रमेशन, एसपी, पलामू
ये भी पढ़ेंः