हल्द्वानी: दुष्कर्म और पॉक्सो के आरोप में जेल में बंद पूर्व भाजपा नेता और नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के मददगारों की सूची लंबी होती जा रही है. गिरफ्तारी से बचने के लिए मुकेश बोरा को फरार कराने के मददगारों में अब तीन और नए नाम सामने आए हैं. तीनों न सिर्फ सगे भाई हैं बल्कि दुग्ध संघ में काम भी करते हैं.
मुकेश बोरा को गिरफ्तारी में फरार कराने में मददगारों की कुल संख्या अब आठ हो चुकी है.पुलिस क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी ने बताया मुकेश बोरा के मुकदमे में मुकेश बोरा की मददगार के रूप में तीन और नाम जोड़े गए हैं. पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि मुकेश कुलोरा, दिनेश कुलोरा और दीपक कुलोरा तीनों सगे भाई हैं. तीनों दुग्ध संघ में कामगार और ठेकेदार कर्मी हैं. तीनों नामदर्ज भाई कीपैड मोबाइल खरीद कर और सिम उपलब्ध कराकर मुकेश बोरा की मदद कर रहे थे.पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया मुकेश के मददगारों की लंबी सूची है जो उसको गिरफ्तारी से बचाने और भगाने में मदद कर रहे थे. उन्होंने बताया अभी तक आठ मददगारों के नाम भी मुकदमे में शामिल किए गए हैं.
बता दें मुकेश बोरा पर दुग्ध संघ में काम करने वाली एक विधवा महिला और उसकी नाबालिग बेटी से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. एक सितंबर को मुकेश बोरा के खिलाफ लालकुआं में दुष्कर्म व पॉक्सो की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमा दर्ज होते ही मुकेश फरार हो गया था. सितंबर के अंतिम सप्ताह में पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के रामपुर से गिरफ्तार किया. तब से मुकेश बोरा जेल में बंद है.
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