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चारधाम यात्रा के लिए फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाने वाले 9 एजेंटों पर मुकदमा दर्ज, यात्रियों से ठगे हजारों रुपए - Chardham Yatra Fake Registration - CHARDHAM YATRA FAKE REGISTRATION

Fake Registration for Chardham Yatra अगर आप भी चारधाम यात्रा पर आ रहे और एजेंट के जरिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं तो सावधानी बरतें. क्योंकि, ये एजेंट फर्जी रजिस्ट्रेशन थमा कर चारधाम यात्रा पर भेज रहे हैं. जिससे यात्रियों को बिना दर्शन किए ही वापस लौटना पड़ रहा है. ऐसे ही हजारों रुपए लेकर यात्रियों को फर्जी रजिस्ट्रेशन करने वाले 9 एजेंटों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज किया है.

Fake Registration for Chardham Yatra
रजिस्ट्रेशन की जांच करती पुलिस (फोटो- रुद्रप्रयाग पुलिस)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 22, 2024, 10:55 PM IST

Updated : May 22, 2024, 11:08 PM IST

फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाने वाले 9 एजेंटों पर मुकदमा दर्ज (वीडियो- रुद्रप्रयाग पुलिस)

रुद्रप्रयाग: तीर्थ यात्री ट्रेवल एजेंटों के झांसे में फंसकर फर्जी रजिस्ट्रेशन के जरिए केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकल रहे हैं, लेकिन यहां आकर जब पुलिस उनके रजिस्ट्रेशनों की जांच कर रही है तो उनके रजिस्ट्रेशन फर्जी पाए जा रहे हैं. फर्जी रजिस्ट्रेशन के जरिए यहां पहुंच रहे यात्रियों के कारण अत्यधिक भीड़ हो रही है, जिस कारण कई बार व्यवस्थाएं भी पटरी से उतर रही हैं. वहीं, यात्रियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाने वाले 9 टूर एंड ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ रुद्रप्रयाग पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. इसमें 8 एजेंट हरिद्वार तो 1 एजेंट ऋषिकेश का है.

विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा में मात्र 13 दिन में 3 लाख 80 हजार से ज्यादा भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, जो कि एक नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. इस सबके बीच हरिद्वार और ऋषिकेश के कुछ ट्रेवल एजेंट यात्रियों के साथ रजिस्ट्रेशन का फर्जीवाड़ा भी कर रहे हैं. ये एजेंट यात्रियों के फर्जी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बना रहे हैं, फिर यात्रियों को केदारनाथ धाम की यात्रा पर भेज रहे हैं.

फर्जी रजिस्ट्रेशन से पहुंच रहे यात्रियों को बिना दर्शन के लिए पड़ रहा लौटना: यहां आने पर यात्रियों के रजिस्ट्रेशन चेक किए जा रहे हैं. तब यात्रियों को पता चल रहा है कि उनके फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाए गए हैं, जिस कारण यहां पहुंचकर यात्रियों को आधे रास्ते से बाबा केदार के दर्शन किए बगैर ही वापस लौटना पड़ रहा है. बुधवार को चेकिंग ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल ने सख्ती के साथ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की चेकिंग की.

Fake Registration for Chardham Yatra
चारधाम रजिस्ट्रेशन की जांच (फोटो- रुद्रप्रयाग पुलिस)

वाहनों में आए यात्रियों के पंजीकरण को पर्यटन विभाग की टीम के साथ मिलकर चेक करने पर पाया तो यात्रियों की दिखाए पंजीकरण और उसकी अंकित तिथि में काफी अंतर आया. जिससे स्पष्ट हुआ कि ये पंजीकरण फर्जी बनाए गए हैं. जब पुलिस स्तर से मौके पर संबंधित यात्रियों एवं ट्रेवल्स एजेंसी से पूछताछ की गई तो उन्होंने गोल-मोल जवाब दिया. जिस पर सख्ती बरतते हुए कोतवाली रुद्रप्रयाग में 9 एजेंटों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया गया है.

एजेंटों ने फर्जी पंजीकरण थमाकर लूटे हजारों रुपए: महाराष्ट्र के हिजोली जिले के कोशलज निवासी भिमाराव गंगाराम शिंदे को हरिद्वार के राजेश नाम के व्यक्ति ने रजिस्ट्रेशन उपलब्ध कराया. इस व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से दो बसों में लाए यात्रियों के रजिस्ट्रेशन कराने के एवज में 3 लाख 50 हजार रुपए की धनराशि भी ली. रजिस्ट्रेशन के फर्जी होने की सूचना यात्री को चेकिंग के दौरान पता चली.

इसी तरह शाहजहांपुर के मीरानपुर निवासी धीरज कुमार को भी हरिद्वार में किसी व्यक्ति ने उनसे प्रति व्यक्ति 500 रुपए लेकर पंजीकरण उपलब्ध कराए, लेकिन वो फर्जी निकले. वहीं, राजस्थान के कोटा के अमर सिंह ने भी बताया कि हरिद्वार में सोनू बब्बर टूर एंड ट्रेवल्स ने उनसे प्रति व्यक्ति 2500 रुपए लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन वो भी फर्जी निकले.

बिहार के पटना के दीवान निवासी बृजेश कुमार का सौरभ नामक व्यक्ति ने फर्जी रजिस्ट्रेशन तैयार किया. गुजरात के बड़ोदरा के सादली निवासी पटेल भास्कर का भी हरिद्वार में एक व्यक्ति ने फर्जी रजिस्ट्रेशन कर दिए. कुशीनगर के जवाहर नगर निवासी विजय जायसवाल को हरिद्वार में अक्षय नाम के व्यक्ति ने खुद टूर एंड ट्रेवल्स संचालक बताया. जिसने रजिस्ट्रेशन बनाने आदि के लिए 35,600 रुपए ले लिए.

इसी तरह वाराणसी के विद्यावतीपुर निवासी आशीष कुमार सिंह को हरिद्वार में एक व्यक्ति ने उनसे 13 हजार रुपए लेकर रजिस्ट्रेशन दिलाया. वहीं, महाराष्ट्र के सांगली के सजैराओ भगवान हणुमर ने बताया कि हरिद्वार के जोगेंद्र सिंह, दिल्ली के राकेश ने उनके तीन साथियों से रजिस्ट्रेशन के 25 हजार रुपए लिए. जबकि, चेकिंग में रजिस्ट्रेशन का फर्जी होना पाया गया.

तेलंगाना के शादनगर निवासी लम्बाकुला किरन कुमार ने भी शिकायत की है कि ऋषिकेश और हैदराबाद निवासी व्यक्तियों ने मिलकर उनसे 13 व्यक्तियों के 17 हजार रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से हैदराबाद से ऋषिकेश तक लाने का पैकेज के साथ ही उसमें रजिस्ट्रेशन का भी पैसा लिया गया.

फर्जी पंजीकरण के खिलाफ पुलिस सख्त: रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक विशाखा भदाणे ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे यात्रियों को हरिद्वार और ऋषिकेश के टूर एंड ट्रेवल एजेंट फर्जी पंजीकरण बनाकर यात्रा पर भेज रहे हैं. पुलिस स्तर से ठगी करने, जालसाजी और दस्तावेज का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करने के मामले में 9 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिस पर जांच चल रही है,

चारधाम यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य: उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है. हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद होने के बाद अब ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही यात्री चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं. यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए शासन की ओर से यह कदम उठाया गया है.

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फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाने वाले 9 एजेंटों पर मुकदमा दर्ज (वीडियो- रुद्रप्रयाग पुलिस)

रुद्रप्रयाग: तीर्थ यात्री ट्रेवल एजेंटों के झांसे में फंसकर फर्जी रजिस्ट्रेशन के जरिए केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकल रहे हैं, लेकिन यहां आकर जब पुलिस उनके रजिस्ट्रेशनों की जांच कर रही है तो उनके रजिस्ट्रेशन फर्जी पाए जा रहे हैं. फर्जी रजिस्ट्रेशन के जरिए यहां पहुंच रहे यात्रियों के कारण अत्यधिक भीड़ हो रही है, जिस कारण कई बार व्यवस्थाएं भी पटरी से उतर रही हैं. वहीं, यात्रियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाने वाले 9 टूर एंड ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ रुद्रप्रयाग पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. इसमें 8 एजेंट हरिद्वार तो 1 एजेंट ऋषिकेश का है.

विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा में मात्र 13 दिन में 3 लाख 80 हजार से ज्यादा भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, जो कि एक नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. इस सबके बीच हरिद्वार और ऋषिकेश के कुछ ट्रेवल एजेंट यात्रियों के साथ रजिस्ट्रेशन का फर्जीवाड़ा भी कर रहे हैं. ये एजेंट यात्रियों के फर्जी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बना रहे हैं, फिर यात्रियों को केदारनाथ धाम की यात्रा पर भेज रहे हैं.

फर्जी रजिस्ट्रेशन से पहुंच रहे यात्रियों को बिना दर्शन के लिए पड़ रहा लौटना: यहां आने पर यात्रियों के रजिस्ट्रेशन चेक किए जा रहे हैं. तब यात्रियों को पता चल रहा है कि उनके फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाए गए हैं, जिस कारण यहां पहुंचकर यात्रियों को आधे रास्ते से बाबा केदार के दर्शन किए बगैर ही वापस लौटना पड़ रहा है. बुधवार को चेकिंग ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल ने सख्ती के साथ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की चेकिंग की.

Fake Registration for Chardham Yatra
चारधाम रजिस्ट्रेशन की जांच (फोटो- रुद्रप्रयाग पुलिस)

वाहनों में आए यात्रियों के पंजीकरण को पर्यटन विभाग की टीम के साथ मिलकर चेक करने पर पाया तो यात्रियों की दिखाए पंजीकरण और उसकी अंकित तिथि में काफी अंतर आया. जिससे स्पष्ट हुआ कि ये पंजीकरण फर्जी बनाए गए हैं. जब पुलिस स्तर से मौके पर संबंधित यात्रियों एवं ट्रेवल्स एजेंसी से पूछताछ की गई तो उन्होंने गोल-मोल जवाब दिया. जिस पर सख्ती बरतते हुए कोतवाली रुद्रप्रयाग में 9 एजेंटों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया गया है.

एजेंटों ने फर्जी पंजीकरण थमाकर लूटे हजारों रुपए: महाराष्ट्र के हिजोली जिले के कोशलज निवासी भिमाराव गंगाराम शिंदे को हरिद्वार के राजेश नाम के व्यक्ति ने रजिस्ट्रेशन उपलब्ध कराया. इस व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से दो बसों में लाए यात्रियों के रजिस्ट्रेशन कराने के एवज में 3 लाख 50 हजार रुपए की धनराशि भी ली. रजिस्ट्रेशन के फर्जी होने की सूचना यात्री को चेकिंग के दौरान पता चली.

इसी तरह शाहजहांपुर के मीरानपुर निवासी धीरज कुमार को भी हरिद्वार में किसी व्यक्ति ने उनसे प्रति व्यक्ति 500 रुपए लेकर पंजीकरण उपलब्ध कराए, लेकिन वो फर्जी निकले. वहीं, राजस्थान के कोटा के अमर सिंह ने भी बताया कि हरिद्वार में सोनू बब्बर टूर एंड ट्रेवल्स ने उनसे प्रति व्यक्ति 2500 रुपए लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन वो भी फर्जी निकले.

बिहार के पटना के दीवान निवासी बृजेश कुमार का सौरभ नामक व्यक्ति ने फर्जी रजिस्ट्रेशन तैयार किया. गुजरात के बड़ोदरा के सादली निवासी पटेल भास्कर का भी हरिद्वार में एक व्यक्ति ने फर्जी रजिस्ट्रेशन कर दिए. कुशीनगर के जवाहर नगर निवासी विजय जायसवाल को हरिद्वार में अक्षय नाम के व्यक्ति ने खुद टूर एंड ट्रेवल्स संचालक बताया. जिसने रजिस्ट्रेशन बनाने आदि के लिए 35,600 रुपए ले लिए.

इसी तरह वाराणसी के विद्यावतीपुर निवासी आशीष कुमार सिंह को हरिद्वार में एक व्यक्ति ने उनसे 13 हजार रुपए लेकर रजिस्ट्रेशन दिलाया. वहीं, महाराष्ट्र के सांगली के सजैराओ भगवान हणुमर ने बताया कि हरिद्वार के जोगेंद्र सिंह, दिल्ली के राकेश ने उनके तीन साथियों से रजिस्ट्रेशन के 25 हजार रुपए लिए. जबकि, चेकिंग में रजिस्ट्रेशन का फर्जी होना पाया गया.

तेलंगाना के शादनगर निवासी लम्बाकुला किरन कुमार ने भी शिकायत की है कि ऋषिकेश और हैदराबाद निवासी व्यक्तियों ने मिलकर उनसे 13 व्यक्तियों के 17 हजार रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से हैदराबाद से ऋषिकेश तक लाने का पैकेज के साथ ही उसमें रजिस्ट्रेशन का भी पैसा लिया गया.

फर्जी पंजीकरण के खिलाफ पुलिस सख्त: रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक विशाखा भदाणे ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे यात्रियों को हरिद्वार और ऋषिकेश के टूर एंड ट्रेवल एजेंट फर्जी पंजीकरण बनाकर यात्रा पर भेज रहे हैं. पुलिस स्तर से ठगी करने, जालसाजी और दस्तावेज का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करने के मामले में 9 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिस पर जांच चल रही है,

चारधाम यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य: उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है. हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद होने के बाद अब ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही यात्री चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं. यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए शासन की ओर से यह कदम उठाया गया है.

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Last Updated : May 22, 2024, 11:08 PM IST
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