अंबाला: किसानों ने शनिवार को एक बार फिर से दिल्ली कूच करने की नाकाम कोशिश की. जैसे ही किसानों का जत्था पुलिस बैरिकेडिंग के पास पहुंचा तो पुलिस वाटर कैनन चला दी. किसानों ने बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश लेकिन सफल नहीं हुए. पुलिस पहले से ही किसानों के हर कदम से निपटने के लिए तैयार थी. जिसके चलते किसान दिल्ली कूच नहीं कर पाये.
इस बीच किसानों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वाटर कैनन से उनके ऊपर जिस पानी की बौछार की गई है उसमें केमिकल मिला हुआ है. इस आरोप पर DSP रजत गुलिया ने सफाई देते हुए कहा कि किसानों का जत्था जैसे ही बैरिकेड के पास आया तो जिला प्रशासन के सीनियर अधिकारियों ने उनसे बातचीत की और उन्हें समझाने की कोशिश की.
डीएसपी ने कहा कि किसानों ने एक रस्सी में कुंडा डालकर पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की. उसके बाद ही उनके ऊपर पानी की बौछार की गई है. डीएसपी ने किसानों के पानी में केमिकल मिलाने के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि पानी एकदम साफ था, उसमें कोई केमिकल नहीं मिला था. किसान पिछले कई महीने से अंबाला के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. ना किसान दिल्ली कूच के फैसले पीछे हट रहे हैं और ना ही प्रशासन कोई ढील देने को तैयार है.
अंबाला के शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों की प्रशसान के साथ कई दौर की बातचीत भी हो चुकी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. किसान दिल्ली जाने की जिद पर अड़े हुए हैं. जबकि हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर पक्की दीवार उठाकर रास्ते को बंद कर रखा है. किसानों और पुलिस के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है. कई किसानों पर केस भी दर्ज हो चुके हैं. जींद में एक युवा किसान की मौत भी हो चुकी है लेकिन किसान अपने फैसले को बदलने को तैयार नहीं हैं.
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