अमेठी : यूपी के अमेठी में साधु के भेष में आए युवक के मामले में नया मोड़ आ गया है. घर वापसी के लिए भारी भरकम रकम की मांग करने वाले युवक ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया है. युवक जिसे अपना पिता बता रहा था उसकी तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. पुलिस को भी मामला प्रथम दृष्टया जालसाजी का लग रहा है.
जायस थाना क्षेत्र के खरौली गांव में साधु के भेष में आए युवक की पोल खुलती नजर आ रही है. युवक खतौली गांव के रतीपाल सिंह का बेटा होने का दावा कर रहा था. उसने अपनी पहचान गांव के रहने वाले रती पाल पाल सिंह के बेटे अरुण के रूप में बताई थी. रतीपाल ने बताया था कि गांव में आए युवक ने दावा किया था कि वह लगभग बीस वर्ष पहले दिल्ली से गायब हो गया था. रास्ते में उसे कुछ साधु मिले थे. तब से वह उन्हीं के साथ रहने लगा था. खतौली गांव के रतीपाल सिंह का बेटा होने का दावा करने वाले युवक ने घर वापस लौटने के एवज में भंडारे के लिए 11 लाख रुपए देने की शर्त बताई थी. जिस पर रतीपाल ने इतना पैसा नहीं होने की बात कही थी. काफी बातचीत के बाद तीन लाख 60 हजार रुपए में घर वापसी की सहमति बनी. जिसके बाद उसके रतीपाल रुपए देने के लिए राजी हो गए. रतिपाल के मुताबिक, इस दौरान साधु के भेष में आए युवक ने बताया कि पैसा गांव में नहीं लेंगे. युवक ने एक खाता नंबर भी दिया था. जिस पर लगभग 11 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर भी किए थे. जब रातिपाल को मामला संदिग्ध लगा तो उसने जांच पड़ताल शुरू की और मामले की जानकारी पुलिस को दी. इसी बीच पता चला कि वह युवक गोंडा का रहने वाला है. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक अमेठी डॉ इलामारन जी ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है. एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
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