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आखिर कब होगा मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड का खुलासा! क्या कहती है पुलिस - MURDER CASE

मंजीत यादव और उदय साव के कातिल पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. परिजनों ने केस न सॉल्व करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

Police investigation of Manjeet Yadav and Uday Sao murder case in Hazaribag
मंजीत यादव और उदय साव (फाइल फोटो) (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 3 hours ago

हजारीबागः जिला में मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड काफी सुर्खियों में है. इसे लेकर मृतक के परिजन धरना प्रदर्शन से लेकर आंदोलन की चेतावनी तक दे दी है. इस मामले का खुलासा जल्द से जल्द करने की मांग उनके परिजन और कई सामाजिक संस्था के द्वारा की जा रही है. पुलिस की मानें तो दोनों हत्याकांड के उद्भेदन को लेकर बहुत करीब तक पहुंचा जा चुका है. आने वाले कुछ दिनों के अंदर खुलासा भी हो जाएगा.

हजारीबाग में पिछले चार हत्याकांड में से एक हत्याकांड का खुलासा जिला पुलिस ने कर लिया है. पिछले दिनों दीपक सिंह हत्या मामले का उद्भेदन कर लिया गया है. लेकिन अभी-भी तीन हत्याकांड ऐसे हैं, जिनकी चर्चा हर एक की जुबान पर है. जिसमें मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड प्रमुख हैं. मंजीत यादव हजारीबाग रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. वहीं उदय शाह कांग्रेस नेता और पूर्व मुखिया भी रहे हैं. इन दोनों को अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.

मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड का खुलासे को लेकर पुलिस की जांच (ETV Bharat)

इसे लेकर उनके परिवार वाले प्रदर्शन और धरना दे रहे हैं तो कई सामाजिक संस्था प्रशासन पर दबाव बनाए हुए है कि जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा हो. हजारीबाग पुलिस की मानें तो वे इस हत्याकांड के खुलासे के बहुत नजदीक पहुंच चुके हैं. इसे लेकर दो टीम हजारीबाग से बाहर कैंप भी कर रही है. दोनों हत्याकांड की जांच को अगर देखा जाए तो दर्जनों लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है. हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.

पुलिस सूत्र की मानें तो यह दोनों हत्या कोयला और जमीन को लेकर वर्चस्व कायम करने से जुड़ा है. इस मामले में पुलिस को जेपी कारा में बंद कुछ संदिग्ध बंदियों से भी इनपुट मिले हैं. इसके अलावा इन दोनों हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए हजारीबाग जिला में पूर्व में पदस्थापित रहे पुलिस पदाधिकारियों से भी हजारीबाग पुलिस ने इनपुट लिया है. इसमें सिरसी की एक विवादित जमीन और बेश रेशाम का कोयला साइडिंग से हत्या का तार जुड़े होने की आशंका है. हत्या से करीब 10 दिन पहले मंजीत यादव ने एक जमीन भी रजिस्ट्री करवायी थी. जांच में इन बिंदुओं को भी शामिल किया गया है.

29 अक्टूबर को अहले सुबह मंजीत यादव को उसके घर के गेट के पास ही बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मार दी थी. इस वारदात के एक महीने बाद 2 दिसंबर की रात एसडीएम आवास के निकट झील रोड में उदय साव की गोली मारकर हत्या हुई थी.

इसे भी पढ़ें- हजारीबाग में अपराधियों का तांडव, सरेआम गोली मारकर कर दी प्रखंड प्रमुख के पति की हत्या - MURDER IN HAZARIBAG

इसे भी पढे़ं- हजारीबाग में रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष मंजीत यादव की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस - MURDER IN HAZARIBAG

इसे भी पढ़ें- सरायकेला में पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी - TEACHERS UNION LEADER SHOT

हजारीबागः जिला में मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड काफी सुर्खियों में है. इसे लेकर मृतक के परिजन धरना प्रदर्शन से लेकर आंदोलन की चेतावनी तक दे दी है. इस मामले का खुलासा जल्द से जल्द करने की मांग उनके परिजन और कई सामाजिक संस्था के द्वारा की जा रही है. पुलिस की मानें तो दोनों हत्याकांड के उद्भेदन को लेकर बहुत करीब तक पहुंचा जा चुका है. आने वाले कुछ दिनों के अंदर खुलासा भी हो जाएगा.

हजारीबाग में पिछले चार हत्याकांड में से एक हत्याकांड का खुलासा जिला पुलिस ने कर लिया है. पिछले दिनों दीपक सिंह हत्या मामले का उद्भेदन कर लिया गया है. लेकिन अभी-भी तीन हत्याकांड ऐसे हैं, जिनकी चर्चा हर एक की जुबान पर है. जिसमें मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड प्रमुख हैं. मंजीत यादव हजारीबाग रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. वहीं उदय शाह कांग्रेस नेता और पूर्व मुखिया भी रहे हैं. इन दोनों को अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.

मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड का खुलासे को लेकर पुलिस की जांच (ETV Bharat)

इसे लेकर उनके परिवार वाले प्रदर्शन और धरना दे रहे हैं तो कई सामाजिक संस्था प्रशासन पर दबाव बनाए हुए है कि जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा हो. हजारीबाग पुलिस की मानें तो वे इस हत्याकांड के खुलासे के बहुत नजदीक पहुंच चुके हैं. इसे लेकर दो टीम हजारीबाग से बाहर कैंप भी कर रही है. दोनों हत्याकांड की जांच को अगर देखा जाए तो दर्जनों लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है. हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.

पुलिस सूत्र की मानें तो यह दोनों हत्या कोयला और जमीन को लेकर वर्चस्व कायम करने से जुड़ा है. इस मामले में पुलिस को जेपी कारा में बंद कुछ संदिग्ध बंदियों से भी इनपुट मिले हैं. इसके अलावा इन दोनों हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए हजारीबाग जिला में पूर्व में पदस्थापित रहे पुलिस पदाधिकारियों से भी हजारीबाग पुलिस ने इनपुट लिया है. इसमें सिरसी की एक विवादित जमीन और बेश रेशाम का कोयला साइडिंग से हत्या का तार जुड़े होने की आशंका है. हत्या से करीब 10 दिन पहले मंजीत यादव ने एक जमीन भी रजिस्ट्री करवायी थी. जांच में इन बिंदुओं को भी शामिल किया गया है.

29 अक्टूबर को अहले सुबह मंजीत यादव को उसके घर के गेट के पास ही बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मार दी थी. इस वारदात के एक महीने बाद 2 दिसंबर की रात एसडीएम आवास के निकट झील रोड में उदय साव की गोली मारकर हत्या हुई थी.

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