लखनऊ: राजधानी लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली पुलिस का सोमवार को मानवीय चेहरा देखकर हर कोई उसका मुरीद बन गया. चुनाव के दिन बाजार बंद रहने से रोज कामाने खाने वाले लोगों को भूखे भटका पड़ रहा था. लेकिन तभी दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा वालों और बेसहरा गरोबों के लिए मसीहा बनकर सामने आई हजरतगंज पुलिस. जिन्होंने खोज- खोजकर जरूरतमंद लोगों को खाने के पैकेट बांटे.
पांचवें चरण के मतदान के दौरान राजधानी लखनऊ के बाजार बंद रहें. बाजार बंद होने से दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा वाले और फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. बाजार में काम न होने से गरीबों को भूख का सामना न करना पड़े इसके लिए हजरतगंज कोतवाली पुलिस की टीम ने गरीबों के लिए भी भोजन का प्रबंध किया.
हजरतगंज कोतवाली की टीम ने गाड़ियों में खाने के पैकेट रखकर, घूमते हुए जरूरतमंदों को भोजन कराया. पुलिस की ओर से किए गए इस कार्य से तमाम जरूरतमंद लोगों को भोजन मिला. टीम के इस काम से लखनऊ पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया. हजरतगंज कोतवाली की ओर से किए गए इस कार्य की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जिस तरह का सेवाभाव पुलिस की ओर से दिखाया गया है. इससे एक बात तो साफ है कि पुलिस के कार्यों में सकारात्मक बदलाव आया है.
वोट डालने आए युवा वोटर शिवम पांडे ने बताया कि, मैंने देखा कि पुलिस कर्मचारी गाड़ियों में खाने का पैकेट भरकर गरीबों में बांट रहे हैं. बाद में पता चला कि यह कार्य सरकारी निर्देशों पर न होकर व्यक्तिगत तौर पर पुलिसकर्मियों की ओर से किया जा रहा है. यह सुनकर थोड़ी देर के लिए आश्चर्य जरूर हुआ, लेकिन पुलिस का यह मानवीय चेहरा देखकर काफी अच्छा लग रहा है.
वहीं दूसरी ओर मतदान करने पहुंचे अधिवक्ता राजीव सिंह ने बताया कि, बूथ पर पुलिस द्वारा कर्मचारियों को भोजन उपलब्ध कराया गया है. सिर्फ कर्मचारियों को ही नहीं सड़कों पर घूमने वाले गरीबों को भी पुलिस द्वारा भोजन कराया जा रहा है. हम पुलिस कर्मचारियों द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना करते हैं. पुलिस ही नहीं समाज के अन्य वर्ग को भी अपने जरूरतमंद साथियों के बारे में विचार करते हुए ऐसे कार्य करने चाहिए.