भरतपुर: डीग जिले के नगर थाने के गांव आरसी निवासी हार्डकोर अपराधी सुरेश गुर्जर व उसके एक साथी और पुलिस के बीच गुरुवार को मुठभेड़ हो गई. इसमें हार्डकोर अपराधी सुरेश गुर्जर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया. उसको कामां के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद भरतपुर रैफर कर दिया गया. हार्डकोर अपराधी सुरेश गुर्जर कामां थाने के गांव भूडाका निवासी मां-बेटी (बेटे की मंगेतर व सास) के दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को ठिकाने लगाने की फिराक में पहुंचा था.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतीश यादव ने बताया कि कामां थाने के गांव भूडाका निवासी भोता देवी व उसकी बेटी नेहा गुर्जर की हत्या के आरोपी बलराम व तेजसिंह पुत्र घन्सो उर्फ घनश्याम गुर्जर थे. इन्हें ठिकाने लगाने के लिए नगर थाने के गांव आरसी निवासी हार्डकोर अपराधी सुरेश गुर्जर पुत्र बल्लो गुर्जर व इसका साथी कामां थाने के गांव विरार निवासी बिजेन्द्र उर्फ भूरा पुत्र रामपाल गांव भूड़ाका पहुंचे. इसकी सूचना पुलिस अभय कमांड से कामां थाने को मिली.
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सूचना पर कामां थाना प्रभारी व रेंज पुलिस टीम गांव भूडाका के पास पहुंची, तो अपराधी सुरेश गुर्जर व इसका साथी बिजेन्द्र उर्फ भूरा बाइक पर सवार होकर पुलिस बल पर फायरिंग करते हुए भागने लगे. गांव विलोंद के निकट दोनों आरोपी बाइक को छोड़कर बाजरे के खेतों में घुस गए. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में सुरेश गुर्जर के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया. पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को दबोच लिया. फायरिंग में घायल हुए सुरेश गुर्जर को कामां के अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद आरबीएम भरतपुर रेफर कर दिया. गांव आरसी निवासी हार्डकोर सुरेश गुर्जर ने अपना दबदबा बनाने के लिए अपने पुत्र वासुदेव गुर्जर की कामां थाने के गांव भूडाका निवासी नेहा से वर्ष 2023 में सगाई कर दी थी, लेकिन 3 सितंबर की रात को 17 वर्षीय नेहा और उसकी मां भौता देवी की नृशंस हत्या कर दी गई थी.