बरेली/सहारनपुरः संभल हिंसा में मारे गए युवकों के परिजनों से मिलने जा रहे आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान को बरेली पुलिस ने सीबीगंज थाने के सामने रोक कर हिरासत में ले लिया है. वहीं, सहारनपुर में जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने हिंसा के लिए तौकीर रजा को जिम्मेदार मानते हुए जेल भेजने की मांग की है.
हाईवे पर काफिले को पुलिस ने रोकाः बता दें कि आईएमसी के प्रमुख मौलाना की रजा खान ने गुरुवार को ऐलान किया था कि वह संभल दंगे में मारे गए युवकों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद जाएंगे. आज शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद मौलाना तौकीर संभल जाने को अपने समर्थकों के साथ कार से निकले थे. इसके बाद सीबीगंज थाने के सामने बरेली दिल्ली नेशनल हाईवे पर पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा खान के काफिले को उनके समर्थकों के साथ रोक लिया. गाड़ी से उतार कर हिरासत में लेकर थाने में बैठा लिया.
समर्थकों के साथ हिरासत में लियाः क्षेत्राधिकार प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए नए सीबीगंज थाने पर मौलाना तौकीर रजा खान और उनके समर्थकों को रोका गया है और उन्हें आगे नहीं जाने दिया जाएगा. पुलिस की प्राथमिकता है कि कानून व्यवस्था पूरे प्रदेश में बनी रहे. मौलाना तौकीर रजा और उनके 20 25 समर्थकों को हिरासत में लिया गया है.
तौकीर रजा जैसे लोगों को भेजा जाए जेलः सहारनपुर में जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने संभल हिंसा को निंदनीय बताते हुए कहा कि इसकी भरपाई नहीं की जा सकती. यह घटना एक दिन की नहीं है, यह गुस्सा रामलीला मैदान और गांधी स्टेडियम का है. जमीयत उलमा-ए-हिंद ने युवाओं में नफरत फैलाई है. पुलिस प्रशासन, सरकार और सिस्टम को लेकर युवाओं का गुस्सा बाहर आ रहा है. कारी अबरार का कहना है कि 'इन युवाओं को धर्म के नाम पर इकट्ठा करके भड़काया जा रहा है. इसलिए ये अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हटते. ओवैसी, तौकीर रजा और मौलाना अरशद मदनी कह रहे हैं कि बाहर आने का समय आ गया है. एक मौलाना के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि 'वो कह रहे थे कि संसद आपकी है तो सड़क हमारी है. संभल में 4-5 लोग मरे हैं, क्या ये लोग उनकी भरपाई करेंगे? जो मरे हैं, क्या वो किसी मां के बेटे नहीं हैं? जिन पुलिसकर्मियों को गोली लगी है, क्या वो हमारे भाई नहीं हैं? क्या वो इस देश के नागरिक नहीं हैं? दोनों पर चर्चा होनी चाहिए. कारी अबरार ने कहा कि जिस तरह से बेंगलुरु, पटना, दिल्ली और बिहार में बयानबाजी हो रही है. ये गुस्सा धीरे-धीरे बाहर आ रहा है. ये लोग इस देश को आग लगाना चाहते हैं. जिस तरह से पुलिस ने संभल में बहुत नुकसान होने से बचा लिया.
तौकीर और मदनी के जेल जाने से ही होगा शांति का माहौलः कारी अबरार ने कहा, 'अगर सरकार देश को आगजनी से बचाना चाहती है तो तौकीर रजा जैसे लोगों पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल में डाले. तभी देश में शांति का माहौल बन सकता है. ये लोग वक्फ की संपत्ति खाते हैं. यतीमखाने की संपत्ति खाने वाले लोग करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करके बैठे हैं. कारी अबरार जमाल ने कहा-'सहारनपुर में मौलाना अरशद मदनी के बेटे पर तीन एफआईआर दर्ज की गईं. उसे बचाने के लिए ये लोग मुस्लिम युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. सरकार चुप बैठी है. सरकार को इन लोगों पर कार्रवाई कर इन्हें जेल में डालना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मस्जिदों का सर्वे कोई नई बात नहीं है, पहले भी होता रहा है। सर्वे में कहीं भी यह नहीं लिखा था कि मस्जिद के ढांचे से छेड़छाड़ की जाएगी. जामा मस्जिद के प्रमुख ने झूठी अफवाह फैला दी थी कि तालाब खाली हो गया है। अब मस्जिद को नुकसान पहुंचाया जाएगा। इस अफवाह के कारण भीड़ जमा हो गई और पथराव की स्थिति पैदा हो गई.'