बस्तर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर में ऐलान किया था कि 31 मार्च 2026 तक माओवाद खत्म हो जाएगा. केंद्र और राज्य सरकार लगातार इस लक्ष्य को लेकर अब आगे बढ़ रही है. बस्तर ओलंपिक के बाद अब पुलिस ने जनता विश्वास जीतने के लिए सिविक एक्शन प्रोग्राम शुरु किया है. इसी कड़ी में चांदामेटा में सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया. स्थानीय ग्रामीण इसमें बड़ी संख्या में शामिल हुए. कई तरह के खेलों का भी आयोजन किया गया. बच्चों को पुलिस ने गिफ्ट भी बांटे.
फोर्स का सिविक एक्शन प्रोग्राम: बस्तर में लगातार खुल रहे पुलिस कैंपों की बदौलत अब जनता का विश्वास सुरक्षा के प्रति बढ़ा है. जो ग्रामीण कभी पुलिस के पास भी नहीं जाते थे आज पुलिस के साथ मिलकर चल रहे हैं. अपनी शिकायत थाने में दर्ज कराने आ रहे हैं. पुलिस भी ग्रामीणों की मदद के लिए काम कर रही है.
घोर नक्सल प्रभावित इलाका है चांदामेटा: बस्तर का चांदामेटा घने जंगलों से घिरा है. चांदामेटा में सिविक एक्शन का प्रोग्राम कर पुलिस ने जता दिया है कि अब नक्लियों के गिने चुने दिन बच रहे हैं. पुलिस ने गांव वालों का भरोसा जीतने के लिए उनको जरुरत के सामान भी बांटे और बच्चों को गिफ्ट भी दिया.
खेलों का आयोजन: सिविक एक्शन प्रोग्राम के दौरान गांव की महिलाओं और बच्चों ने कई खेल भी खेले. पुलिस ने ग्रामीणों के बीच वॉलीवाल, कुर्सी दौड़, रस्साकशी ,हांडी फोड़ जैसे खेलों का आयोजन किया. बड़ी संख्या में गांव से आई महिलाओं ने इन खेलों में भाग लिया. पुलिस ने इस मौके पर गांव वालों को मच्छरदानी, कंबल, कपड़े और खेल के सामान बांटे. बच्चों को पढ़ाई लिखाई के लिए सामान दिया.
गांव वालों की सुनी समस्याएं: पुलिस अफसरों ने गांव वालों से कहा कि जो भी उनको दिक्कत है वो उनके सामने कहें. गांव वालों ने बस्तर एसपी शलभ सिन्हा से अपनी समस्याओं को लेकर भी चर्चा की. आयोजन के अंत में गांववालों को पुलिस ने खाना भी खिलाया.