नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी में करीब तीन साल पहले हनुमान जयंती शोभायात्रा पर पथराव व दंगे हुए थे. अब दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक सरगना है. यह सरगना हनुमान जयंती पर हुए दंगे में हथियारों की सप्लाई में शामिल रह चुका है. आरोपियों के पास से 13 अवैध देसी पिस्टल और 2 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.
क्राइम ब्रांच के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया की गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सलमान उर्फ सालू और सकिल उर्फ सेरनी के रूप में की गई है. उन्होंने बताया कि दिल्ली और एनसीआर में लगातार हो रही गोलीबारी की घटनाओं को देखते हुए क्राइम ब्रांच को दिल्ली में हथियार तस्करों को पकड़ने का काम सौंपा गया है. खुफिया जानकारी जुटाई गई और उसे विकसित किया गया. पता चला कि सलमान उर्फ लाला, जो एक कुख्यात स्नैचर है और एक स्नैचिंग केस में वांछित है. साथ ही पता चला कि वह सराय काले खां, के नजदीकी इलाके में किसी से मिलने आएगा.
इसपर कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर प्रियंका के नेतृत्व में टीम बनाई गई, जिसने ट्रैप लगाकर सलमान को गिरफ्तार कर लिया. उसके कब्जे से एक अवैध देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए. पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने पिस्टल एक ऐसे व्यक्ति से खरीदी थी, जो अवैध हथियार बेचता है और उसका नाम सकील उर्फ सेरनी है, जो जहांगीरपुरी में रहता है. सेरनी अपनी गिरफ्तारी से लगातार बच रहा था, लेकिन उसे भी जहांगीरपुरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. निशानदेही पर पूछताछ के दौरान कुल 12 अवैध देसी पिसतौस जब्त की.
पूछताछ में सकील ने बताया कि वह दिल्ली एनसीआर में अवैध हथियारों की तस्करी करता है. वह दूसरे राज्यों से कम कीमत पर अवैध देसी पिस्तौल खरीदता था और उन्हें दिल्ली और एनसीआर के इलाके में ऊंचे दामों पर बेचता था. वह दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट, स्नैचिंग, चोट, चोरी आदि के 17 मामलों में शामिल रहा है. 2022 में उसने पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी भी की थी और उस मामले में उसे गिरफ्तार भी किया था.
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