खैरथल. जिले के किशनगढ़ बास में खुलेआम प्रतिबंधित मांस बेचने का मामला सामने आया था. इस संबंध में अब पुलिस ने सभी नामजद 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में प्रशासन ने पहले ही कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, शेष आरोपी भी अब पुलिस गिरफ्त में हैं.
डीएसपी सुरेश कुड़ी ने बताया कि किशनगढ़ बास में गोकशी कर प्रतिबंधित मांस की मंडी लगाई जा रही थी. इस मामले में 22 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई थी. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले 5 लोगों को और उसके बाद 4 लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि शेष अन्य आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. पकड़े गए लोगों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि पूरे मामले में और कौन-कौन शामिल थे, इसका पता लगाया जा सके.
पुलिस प्रशासन ने की थी ये कार्रवाई : वहीं, मामला सुर्खियों में आने के बाद जयपुर रेंज आईजी की ओर से किशनगढ़ बास थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया था, जबकि इस मामले में संलिप्त 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. इस पूरे मामले में कई आरोपियों पर अलग अलग धाराओं में कई मामले दर्ज है. साथ ही पकड़े गए कई आरोपी पिछले कई महीनों से फरार चल रहे थे. साथ ही पुलिस की ओर से इन पर इनाम भी घोषित किया गया था, जबकि गोकशी करने के मामले में आरोपियों को अवैध विद्युत कनेक्शन देने वाले एईएन को सस्पेंड कर दिया गया था.
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अवैध संपत्ति को किया था जमींदोज : बता दें कि आरोपियों की ओर से सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा कर फसल बो गई थी, जिस पर भी प्रशासन ने पीला पंजा चलाया था और सैकड़ों बीघा जमीन को मुक्त कराया गया था. वहीं, सरकार की ओर से अस्थाई पुलिस चौकी भी ब्रसंगपूर गांव में खोली गई है, ताकि अपराध पर लगाम लग सके. बता दें कि गोकशी कर बीफ बेचने वालों ने सैकड़ों बीघा जमीन पर कब्जा कर फसल बोना शुरू कर दिया था. पकड़े गए आरोपी अलग-अलग जगहों पर फरारी काट रहे थे, जिस पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 11 टीमें लगा रखी थी. कई आरोपी गोकशी व गोतस्करी के मामले में पहले भी गिरफ्तार किए गए थे.