वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी में हैं. यहां वह कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इस दौरान हजारों करोड़ की योजनाओं-परियोजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन करेंगे. मगर सबसे अहम बात ये है कि सामने लोकसभा चुनाव 2024 है और वे वाराणसी में ऐसे मौके पर पहुंच रहे हैं, जब चुनावी सरगर्मी तेज है.
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस दौरे से साल 2024 के लोकसभा चुनाव का एक ब्लूप्रिंट या कह सकते हैं कि इस बार का चुनावी एजेंडा सेट करके जाने वाले हैं. अपने संबोधनों के माध्यम से पीएम मोदी वाराणसी सहित पूरे देश को अपना चुनावी एजेंडा और भविष्य को लेकर अपनी योजनाएं पेश करके जाएंगे.
सबसे अहम माना जा रहा है पीएम मोदी का सीर गोवर्धनपुर का दौरा. वहां पर वह संत रविदास की जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे और रविदासियों से मुलाकात करेंगे. इसके साथ ही 13,000 करोड़ से अधिक की योजनाओं-परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इसको लेकर तमाम तैयारियां हैं. मगर माना जा रहा है कि इससे अलग पीएम मोदी की तैयारी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी है, जिसे वे आज देश के सामने रखने वाले हैं.
देश को बताएंगे सांस्कृतिक चेतना के कार्य: राजनीतिक विश्लेषण रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं कि, वाराणसी पहुंचे नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव की ब्लू प्रिंट पेश करेंगे यह बात कुछ हद तक सही भी है. हालांकि, इसकी चर्चा उन्होंने अभी भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक में जो भाषण दिया था. वह एक तरह का ब्लूप्रिंट था. पांच साल के कार्यों का विवरण और आगामी दिनों में क्या करना है, इसका विवरण दे दिया था. बनारस में ही बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर उन्होंने बनवाया है. देश में जो सांस्कृतिक चेतना जागृत हुई है. रामलला का मंदिर अयोध्या में हो, बाबा विश्वनाथ का कॉरिडोर हो, यूएई तक में मंदिर बनवाने का काम हो.
देश के सामने रखेंगे अपना फ्यूचर प्लान: उनका कहना है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृति के साथ अर्थ को जोड़ा है. सांस्कृतिक पुनरुद्धार और उससे अगल-बगल के इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करके अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है. यह एक तरह का इकॉनॉमिकल मॉ़डल है. देश की जनता इसके प्रति बड़ी आकर्षित हुई है. हम देखते हैं कि प्रधानमंत्री चार बातें कहते हैं. हमारी चार जातियां नारी, युवा, किसान और गरीब. वे इन चारों से मिल रहे हैं. मजबूत तरीके से राजनीतिक संदेश देकर लोकसभा चुनाव में वो इन चारों संवर्ग को अपना फ्यूचर प्लान देकर अपने पक्ष में निश्चित तौर पर कुछ ऐसे मॉडल रखेंगे जो उपयोगी हों.
देश के सामने सार्वजनिक करेंगे 'रिपोर्ट कार्ड': रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं, रिपोर्ड कार्ड तो वे अपने बनारस के लोगों को छपा-छपाया बंटवा रहे हैं. जितने विधायक हैं डोर-टू-डोर बांट रहे हैं. मगर इस रिपोर्ट कार्ड को सार्वजनिक करके पूरे देश को एक संदेश देना कि ऐसा ही हर जगह विकास की धारा बहेगी. वे ऐसा भी कर सकते हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि पीएम मोदी अपने दौरे को लेकर पूरी तैयारी के साथ बनारस में हैं और पूर्वांचल की धरती से पूरे देश को अपना आने वाला भविष्य का प्लान और चुनावी एजेंडा दोनों की बता सकते हैं. इसकी एक झलक हमें उनके संबोधनों में भी देखने को मिल रही है. जहां पर वे कहते नजर आ रहे हैं कि मेरे तीसरे टर्म के फैसले बड़े होने वाले हैं. ऐसे में यहां पर भी इसी अंदाज में दिखाई दे सकते हैं.
युवा-दलित-किसान होंगे संबोधन का हिस्सा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का हिस्सा युवा, दलित और किसान भी होंगे. बीते कुछ दिन पहले उन्होंने नौकरी और रोजगार पाने वालों को प्रमाण पत्र भी बांटें हैं. इसके साथ ही वे कई कार्यक्रमों स्किल और स्टार्ट अप इंडिया की बात करते दिखे हैं. वहीं दलितों को लेकर भी बात कर सकते हैं. सीर गोवर्धन में आज उनका दौरा भी इसी पर ही अधिक फोकस रहेगा. दलित वोट बैंक यहां पर सबसे अधिक मायने रखता है. ऐसे में दलितों को साधने और उनके लिए योजनाएं गिनाने का काम वे जरूर करेंगे. अब किसान की बात करना उनके लिए लाजमी है. किसान सम्मान निधि से लेकर सोलर पंप की व्यवस्था पर वे अपना संबोधन रख सकते हैं, जिससे किसानों को भी वे जोड़ने का काम करेंगे.
मंदिर उनके संबोधन का हिस्सा बनेंगे: राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं, ऐतिहासिक काम करते हुए भाजपा के शासनकाल में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है. काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण हुआ है. यूएई में हिन्दू मंदिर का निर्माण हुआ है. देश में अन्य कई बड़े मंदिरों पर काम हो रहा है. वहीं अपने बनारस में ज्ञानवापी का मामला है. ऐेसे में अपने परिचित अंदाज में वे सनातन आस्था पर अपनी गहरी छाप छोड़ सकते हैं. यानी सनातन का जो उन्होंने एक तरीके से प्रचार-प्रसार का भी कार्य किया है वे उसे भी पूरे देश के सामने रखेंगे. इससे उनको पूर्वांचल में तो लाभ मिलेगा ही, बल्कि देश के अन्य कोनों में लाभ मिलेगा. क्योंकि राम राजनीति से भी आगे बढ़कर जनता के लिए हैं.
कांग्रेस पर अपने संबोधन में बोल सकते हैं हमला: आज कांग्रेस पार्टी लगातार अलग-अलग तरीके से गठबंधन और गठजोड़ कर भाजपा को हराने की तैयारी कर रही है. वहीं राहुल गांधी भी अलग-अलग कार्यक्रम चलाकर भाजपा को कोसने का काम कर रहे हैं. बनारस को लेकर भी उनके दिए गए बयान काफी चर्चा में हैं. ऐसे में कांग्रेस के शासनकाल का भारत और उनके शासनकाल का भारत इन दोनों ही स्थितियों की तुलना कर वे देश को ये भी संदेश देने की कोशिश करेंगे कि उन्होंने देश में कितने बड़े स्तर का बदलाव लाया है. सबसे बड़ी बात दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उनकी गारंटी को भी वे देश के सामने रखेंगे. साथ ही इसको लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं को रखते हुए कांग्रेस सहित विपक्ष पर जमकर हमला बोलेंगे.