लखनऊः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वर्चुअली चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 का उद्घाटन किया. इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, सरोजिनी नगर विधायक डॉ राजेश्वर सिंह, लखनऊ मेयर सुषमा खारवाल मौजूद रहे. लखनऊ एयरपोर्ट का टर्मिनल 3 पूर्ण रूप से शीशे की बनी बिल्डिंग है. फ्लाईओवर के माध्यम से डायरेक्ट यात्रियों की आगमन की व्यवस्था है. यात्रियों की सभी प्रकार की सहूलियत यहां पर मौजूद है. जहां पहले प्रतिवर्ष एयरपोर्ट पर 40 लाख यात्री यात्रा करते थे. वहीं अब 80 लाख से अधिक यात्रा यात्री यात्रा कर सकेंगे.
राजनाथ सिंह ने कहा कि एयरपोर्ट के विकास को देखकर बेहद खुशी हो रही है. यह वही लखनऊ है, जिसका नेतृत्व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था. लखनऊ का भाग्य उदय हो रहा है. प्रधानमंत्री की डबल इंजन सरकार लखनऊ ही नहीं, पूरे देश का विकास हो रहा है. हमने आपदाओं को अवसर के रूप में परिवर्तन किया है. एक समय था जब बैंक में केवल अमीर लोग ही जाते थे. प्रधानमंत्री ने बैंक की परिभाषा को बदल दी. सभी गरीबों को जनधन के माध्यम से बैंकों से जोड़ने का काम किया है. इंटरनेट सभी के लिए सुलभ किया है. हवाई यात्रा से सभी लोगों को जोड़ने का काम जिया है. अब गरीब व्यक्ति भी हवाई जहाज से यात्रा कर रहा है. हम इस देश के गरीब व अमीर के बीच की खाई को पाटने का काम कर रही है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि 10 वर्ष पहले जहां पूरे भारत में 72 एयरपोर्ट हुआ करते थे, वहीं अब 149 एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गए हैं. लगातार नए एयरपोर्ट बनाये जा रहे हैं. लखनऊ को कई अन्य जिलों से जोड़ने वाली रिंग रोड की शुरुआत 2016 में की थी. इस रिंग रोड को जल्द ही लखनऊ वासियों को सौंपी जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वायदा किया था कि हवाई चप्पल पहने यात्री भी हवाई यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे. उसकी सरकार करने का काम भी लखनऊ एयरपोर्ट करेगा लखनऊ एयरपोर्ट से आज ही 5 जिलों के लिए नई उड़ानों की शुरुआत भी की गई है.
इस अवसर पर अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने कहा, "सीसीएसआईए के लिए हमारा दृष्टिकोण बड़ा और दूरगामी है. मास्टर प्लान का लक्ष्य अंततः 38 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान करने के लिए हवाई अड्डे की क्षमता का विस्तार करना है. उत्तर प्रदेश की एक ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के समर्थन करने की हमारी रणनीति की आधारशिला है. हम सिर्फ बुनियादी ढांचे का निर्माण नहीं कर रहे हैं. हम 13,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं. इस प्रकार . क्षेत्र और राज्य की आर्थिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण रूप से योगदान दे रहे हैं.
करण ने बताया कि इस खूबसूरत टर्मिनल में यात्री सुविधा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और विशेषताएं हैं. जबकि 72 चेक-इन काउंटर (सेल्फ-बैगेज ड्रॉप के लिए 17 सहित) और 62 इमिग्रेशन काउंटर (27 उत्प्रवास और 35 आगमन इमिग्रेशन काउंटर) यात्रियों के तेज और सुचारू पारगमन को सुनिश्चित करेंगे, आधुनिक लाउंज उनके आराम को बढ़ाएंगे.
नवनिर्मित एप्रन यात्री बोर्डिंग गेटों को 7 से बढ़ाकर 13 और यात्री बोर्डिंग पुलों को 2 से बढ़ाकर 7 कर देगा. वर्तमान में हवाई अड्डा 24 घरेलू और 8 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ता है. क्षमता वृद्धि से इसकी परिचालन दक्षता में काफी सुधार करने में मदद मिलेगी। टी 3 डिजीयात्रा, सामान्य उपयोग वाले स्वयं-सेवा कियोस्क, स्वचालित ट्रे पुनर्प्राप्ति प्रणाली और उन्नत बैगेज स्क्रीनिंग मशीनों जैसी प्रौद्योगिकियों के साथ यात्रा को भी सरल बनाएगा.हवाई अड्डे पर प्रवेश द्वार से लेकर रोशनदान तक उत्तर प्रदेश की कला और वास्तुकला के साथ एक अनोखा दृश्य-श्रव्य अनुभव जीवंत हो गया है. चेक-इन काउंटर 'चिकनकारी' और 'मुकैश' कढ़ाई के प्रबुद्ध रूपांकनों से यात्रियों को मंत्रमुग्ध कर देंगे. फ्रॉस्टिंग पर ग्राफ़िक्स रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों की कहानियों को दर्शाते हैं.
2,400 करोड़ रुपये की लागत से बनाटी-3 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सेवाएं प्रदान करेगा. जिसमें पीक आवर्स के दौरान 4,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी. विश्व स्तरीय टर्मिनल का पहला चरण प्रति वर्ष 8 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान कर सकता है, जिसमें ऊंचे रास्ते आगमन और प्रस्थान प्रवाह को अलग करते हैं. चरण 2 प्रति वर्ष 13 मिलियन यात्रियों की हैंडलिंग क्षमता को बढ़ाएगा.
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