जयपुर. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि जयपुर, अजमेर, टोंक एवं दूदू को भविष्य में पानी की मांग के अनुसार पंपिंग स्टेशन एवं फिल्टर बनाने की योजना पर काम किया जाए. साथ ही जयपुर के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी वर्षों में पानी की डिमांड के अनुसार भी योजना बनाई जाए. जलदाय मंत्री ने बुधवार को सूरजपुरा फिल्टर प्लांट के निरीक्षण के दौरान यह बात कही. उन्होंने आने वाले विधानसभा सत्र में पानी चोरी को लेकर कानून लाने की बात भी कही. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि फिल्टर प्लांट के रख-रखाव के लिए उचित कार्रवाई की जाए. इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाए.
जलदाय मंत्री ने चीफ केमिस्ट से सूरजपुरा प्लांट के पानी के सैंपल की गुणवत्ता की जांच कराई जो निर्धारित मानक के अनुसार सही पाई गई. उन्होंने कहा कि पानी का शुद्धिकरण कर निर्धारित मानकों के अनुसार गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं किया जाए. बीसलपुर जयपुर पाइपलाइन के रखरखाव एवं पानी में किसी भी तरह का लीकेज नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए.
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने बताया कि आज विभाग के अधिकारियों के साथ सूरजपुरा प्लांट का औचक निरीक्षण किया. इस प्लांट के जरिए जयपुर, अजमेर और टोंक जिले में पानी सप्लाई किया जाता है. उन्होंने कहा कि 95 फीसदी व्यवस्थाएं बिल्कुल सही मिली और जो खामियां दिखाई थीं, उसके लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में वास्तव में पानी की बड़ी दिक्कत है. 2022 के मुकाबले 2023 में पानी 23 प्रतिशत कम बरसा था. इस भीषण गर्मी में हमारी जिम्मेदारी है कि आम जनता को शुद्ध और पूरा जल मिले.
उन्होंने कहा कि लीकेज और पानी चोरी को रोकने के लिए प्रॉपर मॉनिटरिंग के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. गर्मी में टैंकरों से भी पानी सप्लाई किया जा रहा है. प्रदेश में 3000 टैंकरों से शहरों और 9000 टैंकरों के जरिए शहर में पानी सप्लाई किया जा रहा है. मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि पानी की पूर्ति के लिए पुराने पड़े ट्यूबवेल और हेड पंप को सही किया जा रहा है. इसके अलावा 700 नए ट्यूबवेल और 1800 नए हेड पंप मंजूर किए गए हैं.
मंत्री चौधरी ने कहा कि भीषण गर्मी में पेयजल से जुड़ी हर समस्या के समाधान के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम के अलावा हर जिले में कंट्रोल बनाया गया है. जहां रोज 100 से अधिक शिकायत आ रही है और 60% से अधिक शिकायतों का तुरंत समाधान भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आम जनता को पानी और बिजली समय पर उपलब्ध हो यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है. हमारे पंप हाउस के लिए बिजली विभाग की ओर से बिजली भी उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि पानी सप्लाई में कोई दिक्कत न हो.
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बीसलपुर से जयपुर, अजमेर और दूदू जाने वाली पाइपलाइन में होने वाली लीकेज को लेकर मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले 20 फीसदी पानी लीकेज हो रहा था. हमने एक अभियान चलाकर उसे ठीक किया. उन्होंने कहा कि दूदू में डीआई पाइपलाइन डाली जाएगी जिसके लिए 310 करोड़ का टेंडर निकाला गया है. चाकसू में भी डीआई पाइपलाइन के लिए 500 करोड़ रुपए से अधिक का टेंडर जल्द निकाला जाएगा.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो पाइपलाइन है उसमें क्षमता से अधिक पानी सप्लाई किया जा रहा है. इससे ज्यादा कैपेसिटी अगर बढ़ाई जाएगी, तो हो सकता है पाइपलाइन फट जाए. लीकेज और अवैध कनेक्शन को लेकर 50 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है. गर्मी खत्म होने पर अवैध कनेक्शन के खिलाफ एक अभियान चलाया जाएगा और आने वाले विधानसभा सत्र में पानी की चोरी के संबंध में एक कानून भी लेकर आएंगे. उन्होंने कहा कि कम से कम पानी का दोहन करें. इसके लिए भी काम किया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी पानी बचा रह सके.
कन्हैया चौधरी ने कहा कि उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई है जिसमें आने वाले समय में जयपुर की पानी को लेकर बढ़ने वाली डिमांड, बीसलपुर से जयपुर के लिए बनने वाले सेकंड फेस का काम और फॉरेस्ट की जमीन लेने की कार्य योजना के संबंध में चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि आज हमारे पास 1000 एमएलडी पानी की क्षमता का पंप हाउस है. लेकिन आने वाली भविष्य में हमें 2000 एमएलडी पानी की आवश्यकता होगी. तो इसके लिए पंप हाउस कहां और कैसे बनेगा, इसके लिए बजट कैसे आएगा. इस संबंध में चर्चा की गई है.
उन्होंने कहा कि आने वाले दो-तीन महीने में हम बजट की व्यवस्था कर इस संबंध में कार्य शुरू कर देंगे. निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता (शहरी) राकेश लुहारिया, अतिरिक्त मुख्य अभियंता( द्वितीय) अमिताभ शर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (स्पेशल प्रोजेक्ट) राज सिंह एवं मुख्य रसायनज्ञ सीमा गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.