रायपुर : छत्तीसगढ़ में कारोबारी की हत्या करने आए लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इन्हें पिस्टल सप्लाई करने वाले को दबोचा है.आरोपी एमपी के बड़वानी जिले का निवासी है.रायपुर से गिरफ्तार हुए आरोपियों ने पिस्टल सप्लाई करने वाले आरोपी का सुराग दिया था.जिसके बाद पुलिस एमपी रवाना हुई.जहां पर घेराबंदी करके आरोपी को गिरफ्तार करके रायपुर लाया गया.
पिस्टल का सप्लायर अरेस्ट : आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग से जुड़े आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को अहम चीजें पता चली. पुलिस ने शूटरों की निशानदेही पर शनिवार को राजवीर सिंह चावला नाम के आरोपी को मध्य प्रदेश के बडवानी जिले से गिरफ्तार किया है. पुलिस की माने तो आरोपी राजवीर सिंह चावला खुद ही पिस्टल बनाकर खरीद बिक्री का काम करता है.आरोपी राजवीर का फोन खंगालने पर पुलिस को दो विदेशी नंबर भी मिले हैं.जिसमें से एक नंबर अजरबेजान और दूसरा पुर्तगाल का है.गंज पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 399, 402, 386 120b और 25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की है.
बड़वानी से हुई गिरफ्तारी: एडिशनल एसपी क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि रिमांड में लेकर शूटर से पूछताछ की गई तो महत्वपूर्ण क्लू पुलिस को मिले. जिसमें एक शूटर रोहित स्वर्णकार ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए मध्यप्रदेश के सेंधवा से पिस्टल खरीदना बताया था. आरोपी रोहित स्वर्णकार के बयान के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर पिस्टल बनाने वाले राजवीर सिंह चावला को गिरफ्तार किया है. इसके लिए रायपुर पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया था. जिसने सेंधवा शहर के उमेटा गांव से राजवीर सिंह चावला को गिरफ्तार किया.
''आरोपी राजवीर सिंह चावला खुद पिस्टल का निर्माण करता था. राजवीर ने कबूल किया कि मयंक सिंह के कहने पर रोहित स्वर्णकार को उसने 35 हजार रुपए में पिस्टल बेचा है. राजवीर सिंह चावला का संपर्क मयंक सिंह के साथ फेसबुक के माध्यम से हुआ था. पकड़े गए आरोपी राजवीर सिंह चावला ऐसे सामानों को डिलीवर करने के लिए इंटरनेशनल नंबर का उपयोग किया करता था. पिस्टल की रकम 35 हजार रुपये मोबाइल सिम को जब्त कर लिया है."-संदीप मित्तल,एएसपी
फेसबुक को बनाया पिस्टल बेचने का जरिया :आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के चार शूटर्स को पहले ही पुलिस अरेस्ट कर चुकी है.ये चारों दो कारोबारियों की हत्या करने के लिए रायपुर आए थे.लेकिन दिल्ली पुलिस की इनपुट के आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया. चार शूटर रोहित स्वर्णकार, मुकेश कुमार, देवेंद्र सिंह और पप्पू सिंह अब भी पुलिस की रिमांड पर हैं. इन चारों ने ही पूछताछ में पिस्टल बनाने वाले आरोपी राजवीर सिंह चावला का नाम बताया था. पिस्टल की बिक्री के लिए आरोपी राजवीर मंटू सिंह नाम की एक फर्जी फेसबुक आईडी का इस्तेमाल करता था. आरोपी के आईडी में डमी पिस्टल की फोटो देखकर उसे फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया जाता था,फिर वाट्सअप कॉलिंग के जरिए डील होती थी.