रामनगर: नैनीताल जिले के रामनगर सरकारी अस्पताल में गंदगी का ढेर लगा हुआ है. जिससे मरीजों और तीमारदारों को बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है. वहीं सीएमएस चंद्रा पंत ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था में काफी अनियमितताएं मिली हैं. उन्होंने कहा कि संबंधित लोगों को तत्काल सफाई करने के निर्देश दिए हैं.
रामनगर सरकारी अस्पताल जब से सरकार ने पीपीपी मोड पर दिया है, तब से जहां की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पटरी से उतरी हुई हैं. अस्पताल हमेशा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चर्चाओं में रहता है.अस्पताल व अस्पताल परिसर में स्थित मोर्चरी को जाने वाले रास्ते पर कूड़े के ढेरों से दुर्गंध फैल रही है. मरीजों एवं उनके तीमारदारों में संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.लेकिन पीपीपी मोड के संचालक इस गंभीर समस्या को लेकर मौन हैं. इस संबंध कुछ लोगों द्वारा तहसीलदार कुलदीप पांडे से शिकायत की गई. इसके बाद तहसीलदार ने चिकित्सालय की सीएमएस को निर्देश देते हुए कार्रवाई करने की बात कही.
तहसीलदार के आदेश के बाद चिकित्सालय की सीएमएस डॉक्टर चंद्रा पंत ने पीपीपी मोड संचालक स्टाफ के निरीक्षण किया. जहां उन्होंने तमाम जगहों पर गंदगी पाई. साथ ही मोर्चरी वाले रास्ते पर गंदगी एक बड़ी समस्या बनी हुई है और वहां पर लाइट व्यवस्था ना होने के कारण रात्रि में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं सीएमएस चंद्रा पंत ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था में काफी अनियमितताएं मिली हैं. उन्होंने कहा कि संबंधित लोगों को तत्काल सफाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ उन्होंने यह भी कहा कि यदि आदेश का पालन नहीं हुआ तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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