जयपुर. प्रदेश में चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किया गया वादा आज राज्य की भाजपा सरकार पर भारी पड़ता हुआ नजर आ रहा है. देश का सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल राजस्थान में बिक रहा है. लिहाजा पेट्रोलियम डीलर्स सरकार पर आरोप लगाते हुए हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चुके हैं. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (RPDYA) ने भजनलाल शर्मा की सरकार को चेतावनी दी है और कहा है कि 10 मार्च से पहले अगर प्रदेश सरकार ने वैट की कीमतों में कटौती नहीं की, तो 10 मार्च से बेमियादी हड़ताल की जाएगी. इसके पहले पेट्रोल पंप संचालकों ने एकजुट होकर गहलोत राज में भी विरोध जताया था.
56 फीसदी पंप स्टेशन पर संकट : राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह भाटी के मुताबिक पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट ज्यादा है. राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04 और डीजल पर 19.30 फीसदी वैट वसूला जाता है, जो देश में सबसे ज्यादा है. डीलर्स का कहना है कि राज्य सरकार लंबे समय से वैट में कटौती नहीं कर रही है, जिसका असर पेट्रोल पंप संचालकों पर पड़ा है और उन्हें नुकसान हो रहा है. भाटी ने बताया कि सरहदी जिलों में लोग पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल,डीजल भरवा रहे हैं. राज्य के 6300 के करीब पेट्रोल पंप में से आधे पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, यानी 56 प्रतिशत पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर हैं, लेकिन सरकार डीलर्स की परेशानी को नहीं सुन रही है और ना ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात का समय दिया जा रहा है. गौरतलब है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में पेट्रोल पर 18.20 और डीजल पर 16 फीसदी वैट है, जबकि पंजाब और गुजरात में पेट्रोल पर 13.77 फीसदी और डीजल पर 9.92 फीसदी वैट है.
जयपुर सहित इन 13 जिलों में दिखेगा असर : राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक सरकार ने लंबे वक्त से ईंधन पर लगने वाले वैट में कोई कटौती नहीं की है और ना ही डीलर्स के कमीशन में इजाफा किया है. ऐसे में सरकार के इस रुख से बीते 7 साल में डीलरों के कमीशन में भारी कमी आई है. RPDA ने इस बारे में एक पत्र लिखा है, जिसमें लिखा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के 90 दिन गुजर चुके हैं, पर इसके बावजूद पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं हुआ है. राज्य के जयपुर समेत श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सिरोही, चूरू, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, धौलपुर, करौली, दौसा, सीकर और झुंझुनूं जिले में हड़ताल का ज्यादा असर दिखेगा.