ETV Bharat / state

पूर्णिया के इस शख्स के पास है 180 साल से भी ज्यादा पुराने सिक्कों का कलेक्शन - purnea old coins

बिहार के पूर्णिया में एक शख्स ने आजादी से पहले तक के सिक्के जमा कर रखे हैं. उन्हें सिक्के जमा करने का बहुत शौक है, लेकिन अब आर्थिक हालात ऐसे हो गए हैं कि वो इन्हें बेचने को मजबूर हैं. दिनेश के पास 1835 से लेकर अभी तक के सिक्के हैं.

PURNEA OLD COINS
पूर्णिया के इस शख्स के पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 7, 2024, 2:02 PM IST

पूर्णिया के इस शख्स के पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन (ETV Bharat)

पूर्णिया: पुराने सामानों का कलेक्शन रखने का शौक कई लोगों को होता है. इस शौक के कारण कई बार वह फेमस भी हो जाते हैं. ऐसे ही एक शख्स बिहार के पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र निवासी दिनेश पंडित हैं. दिनेश पंडित के पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन है,जिसे देखने के लिए लोग इनके पास आते हैं.

पुराने सिक्कों का कलेक्शन: ईटीवी भारत से खास बातचीत में दिनेश पंडित ने बताया कि उनके पास पुराने भारतीय सिक्कों का कलेक्शन है. 1835 से लेकर 2024 तक के सिक्के उनके पास है. उन्होंने कहा कि सिर पर कर्ज का बोझ है, इसलिए अब वह पुराने सिक्कों को बेचना चाहते हैं. बचपन से ही उन्हें पुराने सिक्कों को जमा करने का शौक था. उन्होंने छोटी सी उम्र से ही पुराने से पुराने सिक्कों को जमा करना शुरू कर दिया था. दिनेश ने कुछ पुराने सिक्के बेचे हैं और उससे अपने परिवार की परवरिश कर रहे हैं.

180 साल पुराने सिक्के: पूर्णिया मरंगा के निवासी दिनेश पंडित ने अपने जीवन काल से ही इन पुराने से पुराने सिक्कों को संभाल कर रखा है. दिनेश पंडित के पास 180 साल से भी ज्यादा पुराने सिक्कों का कलेक्शन है. दिनेश पंडित बताते हैं कि उन्हें पुराने सिक्का रखने का शौक बचपन से ही था.

PURNEA OLD COINS
180 साल से भी ज्यादा पुराने सिक्के (ETV Bharat)

इस कारण जम करते हैं सिक्के: उन्होंने पुराने सिक्कों का कलेक्शन जमा करने की मुख्य वजह बताई कि बचपन में बड़े बुजुर्ग से सुनने को मिलता था कि पुराने जमाने के सिक्के बहुमूल्य होते हैं और उनकी अच्छी कीमत मिलती है. साथ ही साथ देश एवं विदेश में एग्जीबिशन लगने पर लोगों की भीड़ उमड़ती है. उस समय से दिनेश ने पुराने सिक्कों को जमा करने की ठान ली.

"मैंने निर्णय लिया कि जो भी पुराने सिक्के जमा करूंगा उसे खर्च नहीं करेंगे बल्कि उसे जमा करेंगे. आर्थिक तंगी खराब होने के चलते मजबूरी में मुझे सिक्के बेचने पड़ रहे हैं. मुझे कई कॉल भी सिक्के बेचने के लिए आ रहे हैं."- दिनेश पंडित, पुराने सिक्कों के शौकीन

आर्थिक तंगी बनी बड़ी समस्या: वहीं दिनेश पंडित के मित्र मुरलीधर ने भी कहा कि दिनेश का शौक पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. मुझे दो साल पहले ही पता चला कि उनके पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन है. लेकिन तंगी के कारण उन्हें सिक्के बेचने पड़ रहे हैं.

"दिनेश ने कुछ पुराने सिक्के बेचे हैं. उसका भी सही मूल्य उन्हें नहीं मिल पाया. अब बचे हुए सिक्के उन्होंने अभी रखे हुए हैं. उनकी एक लाडली बेटी है और साल 2 साल के बाद उसकी शादी करेंगे. तब बचे हुए पुराने सिक्के बेचने पर उन्हें कुछ सहयोग मिल पाएगा. परिवार के लोगों से सहयोग की कोई भी उम्मीद नहीं है."- मुरलीधर, दिनेश पंडित के दोस्त

यह भी पढ़ेंः World Television Day: 5G के जमाने में आज भी घर में 40 साल पुरानी टीवी का कलेक्शन

पूर्णिया के इस शख्स के पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन (ETV Bharat)

पूर्णिया: पुराने सामानों का कलेक्शन रखने का शौक कई लोगों को होता है. इस शौक के कारण कई बार वह फेमस भी हो जाते हैं. ऐसे ही एक शख्स बिहार के पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र निवासी दिनेश पंडित हैं. दिनेश पंडित के पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन है,जिसे देखने के लिए लोग इनके पास आते हैं.

पुराने सिक्कों का कलेक्शन: ईटीवी भारत से खास बातचीत में दिनेश पंडित ने बताया कि उनके पास पुराने भारतीय सिक्कों का कलेक्शन है. 1835 से लेकर 2024 तक के सिक्के उनके पास है. उन्होंने कहा कि सिर पर कर्ज का बोझ है, इसलिए अब वह पुराने सिक्कों को बेचना चाहते हैं. बचपन से ही उन्हें पुराने सिक्कों को जमा करने का शौक था. उन्होंने छोटी सी उम्र से ही पुराने से पुराने सिक्कों को जमा करना शुरू कर दिया था. दिनेश ने कुछ पुराने सिक्के बेचे हैं और उससे अपने परिवार की परवरिश कर रहे हैं.

180 साल पुराने सिक्के: पूर्णिया मरंगा के निवासी दिनेश पंडित ने अपने जीवन काल से ही इन पुराने से पुराने सिक्कों को संभाल कर रखा है. दिनेश पंडित के पास 180 साल से भी ज्यादा पुराने सिक्कों का कलेक्शन है. दिनेश पंडित बताते हैं कि उन्हें पुराने सिक्का रखने का शौक बचपन से ही था.

PURNEA OLD COINS
180 साल से भी ज्यादा पुराने सिक्के (ETV Bharat)

इस कारण जम करते हैं सिक्के: उन्होंने पुराने सिक्कों का कलेक्शन जमा करने की मुख्य वजह बताई कि बचपन में बड़े बुजुर्ग से सुनने को मिलता था कि पुराने जमाने के सिक्के बहुमूल्य होते हैं और उनकी अच्छी कीमत मिलती है. साथ ही साथ देश एवं विदेश में एग्जीबिशन लगने पर लोगों की भीड़ उमड़ती है. उस समय से दिनेश ने पुराने सिक्कों को जमा करने की ठान ली.

"मैंने निर्णय लिया कि जो भी पुराने सिक्के जमा करूंगा उसे खर्च नहीं करेंगे बल्कि उसे जमा करेंगे. आर्थिक तंगी खराब होने के चलते मजबूरी में मुझे सिक्के बेचने पड़ रहे हैं. मुझे कई कॉल भी सिक्के बेचने के लिए आ रहे हैं."- दिनेश पंडित, पुराने सिक्कों के शौकीन

आर्थिक तंगी बनी बड़ी समस्या: वहीं दिनेश पंडित के मित्र मुरलीधर ने भी कहा कि दिनेश का शौक पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. मुझे दो साल पहले ही पता चला कि उनके पास पुराने सिक्कों का कलेक्शन है. लेकिन तंगी के कारण उन्हें सिक्के बेचने पड़ रहे हैं.

"दिनेश ने कुछ पुराने सिक्के बेचे हैं. उसका भी सही मूल्य उन्हें नहीं मिल पाया. अब बचे हुए सिक्के उन्होंने अभी रखे हुए हैं. उनकी एक लाडली बेटी है और साल 2 साल के बाद उसकी शादी करेंगे. तब बचे हुए पुराने सिक्के बेचने पर उन्हें कुछ सहयोग मिल पाएगा. परिवार के लोगों से सहयोग की कोई भी उम्मीद नहीं है."- मुरलीधर, दिनेश पंडित के दोस्त

यह भी पढ़ेंः World Television Day: 5G के जमाने में आज भी घर में 40 साल पुरानी टीवी का कलेक्शन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.